भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता श्री पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा में अपार जनमुदाय शामिल हुआ। केंद्र और राज्य सरकार के प्रमुख मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि और समाजसेवी अंतिम यात्रा में सम्मिलित हुए। सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर अंतिम दर्शन किए और ईश्वर से अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करने की प्रार्थना की। अंतिम यात्रा के मार्ग में विभिन्न मंचों से सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्प वर्षा कर श्रद्धांजलि दी गई।
स्व. पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा उनके निज निवास गीता कॉलोनी से सकडिया सुल्तान मंदिर, खजूर वाली मस्जिद, बुधवारिया, निकास चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल, सतीगेट, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड, बड़ापुल, कार्तिक मेला ग्राउंड से भूखी माता पहुंची, जहां क्षिप्रा के तट पर अन्तिम संस्कार हुआ। उनके ज्येष्ठ पुत्रों श्री नारायण यादव और श्री नन्दलाल यादव ने पार्थिव देह को मुखाग्नि दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के पिता श्री पूनमचन्द यादव के अंतिम संस्कार में शामिल हुए कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचन्द गेहलोत ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व. पूनम चन्द यादव ने कर्मप्रधान बनकर जीवन की सार्थकता सिद्ध की। विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि स्व. यादव के जीवन के पुण्य का प्रतिफल है कि उनका एक बेटा प्रदेश की आठ करोड़ जनता की सेवा कर रहा है। केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि माता-पिता वट-वृक्ष के समान छाया देते है। स्व. यादव ने जीवन में संघर्ष कर परिवार को स्थापित किया और सब के प्रति प्रेम की भावना रखी। नगरीय विकास और आवास संसदीय कार्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि माता-पिता का स्थान दुनिया में कोई नहीं ले सकता है। माता-पिता देवतुल्य होते हैं। कर्मशील माता-पिता का दुनिया से जाना असहनीय होता है। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. सत्यनारायण जटिया, महिदपुर विधायक श्री दिनेश जैन बोस, श्री राजाराम यादव, श्री आशीष चौहान ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्व. यादव की आत्मा की शांति के लिए एवं शोक संतप्त परिजन को दु:ख सहन की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।