सिविल अस्पताल बेगमगंज में भर्ती मरीजों |
बेगमगंज। इन दिनों टायफायड , वायरल फीवर के मरीजों की ओपीडी सबसे ज्यादा हो रही है। डॉक्टर्स इस का कारण दूषित पानी का उपयोग करना बता रहे हैं। जिम्मेदार पीएचई विभाग बेखबर है । पीएचई अधिकारी को मालूम है , शासन -प्रशासन कुछ नहीं कर पाएगा और करना भी चाहेगा तो राजनेतिक संरक्षण के चलते उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा।
दूषित पेयजलापूर्ति के कारण दर्जनों बीमार गांव -गांव से सिविल अस्पताल सहित निजी चिकित्सकों के पास इलाज कराने पहुंच रहे हैं । पिछले सप्ताह मरखेड़ा गुलाब में दूषित पानी ने दो दर्जन लोगों को उल्टी-दस्त का शिकार बनाया था जिससे स्वास्थ्य विभाग सहित समूचा प्रशासन हिल गया था । उन पीड़ितों में से अधिकांश ठीक होकर अपने घर पहुंच गए हैं लेकिन सुल्तानगंज शा.अस्पताल में अब भी कुछ बीमार इलाज करा रहे हैं ।
बताया गया है कि गांव अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाया है सिविल अस्पताल के ओपीडी आंकड़े के अनुसार प्रतिदिन दो सो से तीन सौ मरीज आ रहे हैं जिनमें अधिकांश दूषित पेयजल से प्रभावित हैं , जिन्हें टायफायड , उल्टी दस्त या फिर वायरल फीवर निकल रहा है । पैथालॉजी के आंकड़े बता रहे हैं कि 50 मरीजों के सेंपल लिए जाने पर 10 से 15 टायफाइड तो शेष वायरल फीवर या सर्दी - जुखाम के मरीज पाए जा रहे हैं।
सरकारी और प्राइवेट दवाखानों में मरीजों की भीड़ प्रतिदिन बढ़ने से चिंता होना स्वाभाविक है सीबीएमओ डॉ. डीके गुप्ता द्वारा एडवाइजरी जारी करते हुए अपील की है कि सभी लोग पानी उबालकर ठंडा करें , उसे छाने ओर फिर पिएं । साथ ही शुद्ध स्वच्छ सुपाच्य भोजन लें, गरिष्ठ तली हुई चीजों के सेवन से बचें ।
मच्छरदानी का उपयोग करें । घर के अंदर -बाहर विशेष साफ -सफाई रखें क्योंकि कई नगरों में डेंगू फैला हुआ है लेकिन ईश्वर की कृपा से हम अभी तक बचे हुए हैं । आने वाले खतरे से हमें सतर्क रहना है।