नई दिल्ली। माताओं, बहनों पर जो अत्याचार हो रहे हैं। उसके प्रति देश का आक्रोश है। इसको देश को और हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो, राक्षसी कृत्य करने वालों को कड़ी सजा हो, वो समाज में विश्वास बनाने के लिए जरूरी है।
जब दुष्कर्म की घटनाएं होती है, तब उसकी बहुत चर्चा होती है। जब ऐसे राक्षसी मनोवृत्ति वाले व्यक्ति को सजा होती है, तो वह खबरों में नजर नहीं आती। अब समय की मांग है, जिसको सजा हुई है, उसकी व्यापक चर्चा हो, ताकि ऐसा पाप करने वालों को डर पैदा हो और मुझे लगता है, ये डर पैदा करना जरूरी है।
नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे हैं।। बतौर प्रधानमंत्री मोदी का यह 11वां संबोधन है। कार्यक्रम में सत्ताधारी दल सहित विपक्ष के कई नेता शामिल होने पहुंचे हैं। खास बात यह है कि इस कार्यक्रम में पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ी बतौर अतिथि आमंत्रित किए गए हैं।