Type Here to Get Search Results !

जब जब भी संसार मे पाप बड़ा मेरे प्रभु ने किसी न किसी रूप में जन्म लिया- पं शास्त्री

श्रीमद भागवत कथा छठवे दिन श्री शर्मा पहुचे कथा स्थल

मल्हारगढ बड़वाले बावजी पर चल रही कथा में कथावाचक पं प्रदीप कृष्ण जी शास्त्री ने कहा कि जब जब भी इस संसार मे पाप बड़ा है मेरे प्रभु ने किसी न किसी रूप में जन्म लिया है और पाप का नाश किया है । भगवान श्री कृष्ण का नामकरण , माखन चोरी लीला का वर्णन करते कहा की भगवान किस तरह गोपियों के घर छिप छिप कर जाते थे और माखन की चोरी करते थे । माँ यशोदा ने कृष्ण को समझाया कि माखन चोरी मत किया कर तेरी ब्रज में सगाई कर रखी है टूट जाएगी लेकिन भगवान कृष्ण नही मानते थे । जब माखन खाने को मना किया तो भगवान कृष्ण ने ब्रज की मिट्टी खाना शुरू कर दी । माँ यशोदा ने जब भगवान के मुँह में देखा तो पूरा भ्रमाण्ड भगवान में मुँह में दिखा दिया । श्री खाटू श्याम जी मंदिर के प्रधान पुजारी गुरुदेव आशीष जी शर्मा, प्रेस क्लब, सद्भावना समिति,खाटू श्याम महिला मंडल द्वारा बड़वाले बावजी के स्थान पर चल रही श्री मद भागवत कथा में पहुचे । कथा वाचक पं प्रदीप कृष्ण जी शास्त्री का सम्मान किया । इस दौरान उन्होंने बाबा श्याम का दीनानाथ मेरी बात भजन भी गाया । भगवान कृष्ण ने गाये चराते हुए भी कई लीलाये की, भगवान कालिया नाग का उद्धार किया, गोवर्धन पर्वत लीला,बलराम विवाह,भगवान श्री कृष्ण का तुलसी विवाह कराया एवं कथा का वाचन किया । इस अवसर पर उपस्थित श्री खाटू श्याम मंदिर के प्रधान पुजारी गुरुदेव आशीष जी शर्मा ने उपस्थित महानुभाव को संबोधित करते कहा कि बहुत ही सुंदर आयोजन है आप 6 दिनों से भागवत कथा का स्वरण कर रहे है । सबसे बड़ी उपाधि सभी शास्त्रो में श्री मद भागवत को मिली है सम्पूर्ण जीवन का सार भागवत में ही है । भागवत में जीवन की सभी समस्यों का हल बताया है । आज भक्ति तो है धर्म नही है ,धर्म होता तो आज गौ माता कत्ल खाने में नही कटती, रोड पर नही घूमती, आज कथा सुनना ही नही है उसे अपने जीवन मे ढालना भी बहुत जरूरी है । भगवान श्री कृष्ण कहते है कि ये जो भक्ति है ये कालिया नाग है जितनी भक्ति अधिक होगी उतना प्रभु से मिलन होगा । कार्तिक माह गोपाष्टमी आती है उस समुन्दर मंथन से गौ माता निकली है जिसकी गोपाष्टमी को पेज की जाती है । वही प्रेस क्लब के संरक्षक ओमप्रकाश बटवाल ने भी कथा स्थल को संबोधित करते कहा कि जब ईश्वर की कृपा होती है तो ऐसे अच्छे आयोजन होते है भागवत कथा का होना भी उसी के निमित है । गुरुदेव आशीष जी शर्मा ऐसी शख्शियत है कि मात्र 6 माह में खाटु श्याम जी मंदिर को उचाईयो तक पहुचाया है । गुरुदेव आशीष जी ने एक माह पैदल यात्रा कर भागवत का पूरा सार सबके सामने रखा है । गादीपति राजुपुरी गोस्वामी जी ने अथक प्रयास कर बड़वाले बावजी को प्रसिद्ध किया है जिसे आज दूर दूर तक जानने लगे है । इस अवसर पर बड़वाले बावजी के मुख्य सेवादार राजुपुरी गोस्वामी,श्री खाटू श्याम मंदिर के प्रधान पुजारी आशीष शर्मा, प्रेस क्लब अध्यक्ष अशोक दक,ओम प्रकाश बटवाल, छगनलाल तंवर, रमेश विजयवर्गीय, हेमंत गुप्ता, पत्रकार गोपाल मालेचा, पत्रकार दरबार सिंह कुम्हारी, दिलीप तिवारी, भंवरलाल परमार, श्रीमति संध्या पाठक, श्रीमती मधु राठौर,  विनोद तंवर पत्रकार दरबारसिंह कुम्हारी, घीसापुरी गोस्वामी, विष्णु भारती, गणपतसिंह बापू कुम्हारी, प्रमेश सोनावत, तेजराम पाटीदार, गणपतसिंह बापू, बालमुकुंद सांखला, राजेंद्र राठौर, राजू तंवर, मंगल लोहार, सोहन भारती, गोपाल भारती, सोनू गंधर्व, मनोज प्रजापति, महेंद्र आचार्य, विकास वर्मा, दशरथ पाटीदार, गोरधन केशरिया, विनोद गंधर्व, पंकज आर्य, हरीश केशरिया, हेमंत लोहार, राहुल राठौर, विकास प्रजापति, राहुल लोहार, राघव गोस्वामी सहित कई भक्त भक्त एवं सेवादार उपस्थित थे ।





एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.