भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमे धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। चंदेरी नगरी का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से रहा है। चंदेरी पवित्र नगरी है। इस नगरी के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। चंदेरी को पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमें अडिग होकर धर्म के मार्ग पर चलना सिखाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अशोकनगर के चंदेरी की नवीन कृषि उपज मंडी में आयोजित श्रीकृष्ण पर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में करोड़ों रूपए के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। कार्यक्रम में में संस्कृ्ति विभाग, मॉडल स्कूल चंदेरी, लोक कला मंडली चंदेरी तथा वृंदावन के कलाकारों द्वारा कृष्णलीलाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यरक्ष श्री अजय प्रताप सिंह यादव, पिछोर विधायक श्री प्रीतम सिंह लोधी, पूर्व विधायक अशोकनगर श्री जजपाल सिंह जज्जी सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी एवं बडी संख्याग में गणमान्यज नागरिक उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारा देश संस्कृति प्रधान देश है। उन्होंने कहा कि चंदेरी हेण्डलूम पार्क में सभी धर्म के लोगों ने एक साथ हथकरघा पर काम करते हुए चंदेरी साड़ी को विश्व में प्रसिद्ध किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने 11 साल की उम्र में शिक्षा का महत्व बताया और कर्म के आधार पर शिक्षा का पाठ भी पढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमारा सनातन धर्म अदभुत है। भगवान श्रीकृष्ण को माखन चोर कहने वाले प्रसंग को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विस्तार से बताते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की माता ने उनसे कहा था कि उनके लोगों के द्वारा बनाया गया माखन कंस के घर जाता है। बृजवासियों का माखन कंस के यहां नहीं जाए इसलिए वे माखन खा जाते थे और दोस्तों के साथ मटकी फोड़ देते थे। उन्होंने यशोदा माता के मातृ प्रेम तथा सुदामा की मित्रता का वर्णन विस्तार से किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शिशुपाल की नगरी चंदेरी में श्रीकृष्ण पर्व कार्यक्रम में शामिल होने पर हम सभी गौरवान्वित है।