एकल लाठी इवेंट में कांस्य पदक (ब्रॉन्ज मेडल) अपने नाम किया
अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर बढ़ाया भारत का मान, भूटान में लहराया तिरंगा
बैतूल। विगत 22 वर्षों से संचालित श्री विनायकम स्कूल के छात्र हर्षित डहरिया ने भूटान में आयोजित सेकंड साउथ एशियन लाठी स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2024 में स्वर्ण पदक जीतकर पूरे देश का नाम रोशन किया है। इस चैंपियनशिप में हर्षित ने दक्षिण एशियाई देशों के धुरंधरों को मात देकर लाठी युद्ध में स्वर्ण और एकल लाठी इवेंट में कांस्य पदक अपने नाम किया।
श्री विनायकम स्कूल के कक्षा दसवीं में पढ़ने वाले हर्षित डहरिया ने भूटान में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए यह उपलब्धि हासिल की। हर्षित ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से किसी भी ऊंचाई को छुआ जा सकता है।
भूटान में आयोजित इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भूटान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान सहित दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। हर्षित ने लाठी युद्ध इवेंट में भूटान और नेपाल के प्रतिद्वंदियों को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। इसके अलावा, एकल लाठी इवेंट में उन्होंने कांस्य पदक भी जीता, जो इस प्रतियोगिता में उनकी बहुमुखी प्रतिभा का परिचायक है।
श्री विनायकम स्कूल में खुशी की लहर
हर्षित की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर श्री विनायकम स्कूल में खुशी की लहर दौड़ गई। स्कूल के डायरेक्टर संजय राठौर, कोच विनोद बुंदेले और सभी शिक्षकों ने हर्षित को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्कूल प्रशासन ने इस उपलब्धि को विद्यालय के 22 वर्षों की सेवा का परिणाम बताया और कहा कि हर्षित की इस सफलता से आने वाले विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
हर्षित की इस सफलता पर उनके परिवार, स्कूल, सहित पूरे बैतूल जिले में गर्व की अनुभूति हो रही है। उनके कोच और शिक्षक इस उपलब्धि को उनकी मेहनत और समर्पण का फल मानते हैं। इस जीत ने हर्षित को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दी है और यह उम्मीद की जा रही है कि वे भविष्य में भी इसी प्रकार सफलता के नए आयाम छूते रहेंगे। हर्षित के पिता, जो स्वयं का व्यवसाय करते हैं, उन्होंने भी इस सफलता पर गर्व महसूस किया और हर्षित की इस उपलब्धि को स्कूल और पूरे बैतूल जिले के लिए गर्व का क्षण बताया।