धान एवं सोयाबीन व उड़द की फसल |
बेगमगंज करीब एक सप्ताह से पानी नहीं गिरने के कारण धान की फसल पीली पड़ने लगी है। वही यलो मोजिक से सोयाबीन एवं उड़द की फसल भी प्रभावित हो रही है । इनमें पीले होने के साथ उनके इल्लियों का प्रभाव भी देखने को मिल रहा है । जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है कि दवा का छिड़काव करने के बावजूद भी सोयाबीन से इल्लियों का प्रकोप कम नहीं हो रहा है , बल्कि बढ़ता जा रहा है।
करीब एक सप्ताह से कुछ किसान निजी साधनों से धान की फसल को पानी दे रहे हैं , लेकिन उनकी आशंका है कि कब तक वह जल स्रोतों से पानी देंगे । इधर सोयाबीन की बुवाई करने वाले किसानों की चिंता इसलिए बढ़ गई है कि सोयाबीन एवं उड़द की फसलों में यलों मोजिक एवं इल्लियों का प्रकोप बढ़ने से लगने लगा है इल्ली सोयाबीन की फसल को चटकर रही है। हजारों रुपए लगाने के बावजूद भी किसानों को फसल बचने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
इधर कृषि विभाग के अधिकारी डीके नायक का कहना है कि जल्दी पकने वाले सोयाबीन की फसल में फूल आ गए हैं ।वही किसान कीटनाशक का छिड़काव भी कर रहे हैं, यदि समय रहते कंट्रोल नहीं किया गया तो नुकसान बढ़ने की संभावना है ।धीरे-धीरे पीली पड़ रही फसल के बचाव के लिए दो-दो बार दवाई का छिड़काव किया जाए ।जिससे इल्लियों को नष्ट किए जा सकें।
सही समय पर अच्छे कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया गया तो इल्लियां तो बढ़ेंगी , साथ ही फसल बर्बाद होने की संभावना है।
इधर किसानों में सौरभ शर्मा , कंछेदी लाल शर्मा , बालगिरी गोस्वामी , भरत पटेल इत्यादि ने क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपील की है कि बर्बाद हो रही धान , सोयाबीन एवं उड़द की फसल का सर्वेक्षण कराकर किसानों को उचित राहत दिलाई जाए।
शासन की ओर से अच्छे स्तर के कीटनाशक की व्यवस्था कराई जाए। जिससे किसान बर्बादी से बच सके ।