भोपाल। इंदौर शिक्षा, चिकित्सा, अपने पुरातन वैभव, व्यापार, व्यवसाय के लिए जाना जाता है। दुनिया काबुली चना बोलती हैं पर वह इंदौरी चना हैं। हमारे यहां का चना दुनिया के 60 से अधिक देशों में एक्सपोर्ट किया जा रहा है, जो गर्व की बात हैं। हमारी सरकार की सोच है कि चने का बेहतर दाम मिले और इकॉनामी मजबूत हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज इंदौर में काबुली चना ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रथम वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री गोलू शुक्ला, श्री गौरव रणदिवे, श्री संजय अग्रवाल सहित एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा एसोसिएशन के माध्यम से काबुली चना स्टॉक लिमिट की समस्या हमारे सामने रखी गई, जिसका तत्काल निराकरण किया गया। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। गेहूं के मुकाबले चने की फसल में सिंचाई की कम जरूरत होती है और उत्पादन अधिक होता हैं। चने की फसल के प्रोत्साहन हेतु मध्यप्रदेश सरकार प्राथमिकता से कार्य कर रही है। काबुली चने की लिमिट हटने से किसानों एवं व्यापारी दोनों को लाभ होगा। केंद्र सरकार ने भी काबुली चने से लिमिट हटाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा हमारी सरकार ने कृष्ण जन्माष्टमी को पूरे उत्साह के साथ मनाने का निर्णय लिया है। प्रदेश में अनेक स्थानों पर कृष्ण जन्मोत्सव के आयोजन हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इंदौर और उज्जैन अलग नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वाणिज्यिक और व्यापारिक दृष्टि से मध्यप्रदेश का भविष्य उज्ज्वल है। इंदौर, उज्जैन, देवास और धार ज़िले के कुछ हिस्सों को मिलाकर मेट्रोपॉलिटन सिटी का स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिये राज्य सरकार द्वारा कोयंबटूर एवं बेंगलुरु में आयोजित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से प्रदेश में निवेश के नये द्वार खुले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग यूनिट की बहुत संभावनाएं है। प्रदेश सरकार इस क्षेत्र में नये उद्योगों की स्थापना हेतु विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने युवाओं से फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापना हेतु आगे आने का आहवान किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा व्यापारियों की हर संभव सहायता एवं समस्याओं को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। भारत महाशक्ति बने, इसके लिये सभी की सामूहिक सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यापार के नये द्वार एवं निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।