गीत के माध्यम से क्रांतिकारियों की कहानियों को नए सिरे से जीवित किया जा रहा
सिंगर अर्जुन धोटे कोरकू का आदिवासी एकता के लिए संगीत के माध्यम से अनोखा संदेश
बैतूल। आदिवासी समाज में एकता और संघर्ष की भावना को बढ़ावा देने के लिए सिंगर अर्जुन धोटे ने एक नया गीत 'चली आदिवासी की रैली' रिलीज किया है। यह सॉन्ग 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस और 11 अगस्त को सरदार विष्णु सिंह गोंड की मूर्ति अनावरण और महारैली के अवसर पर जारी किया गया है। अर्जुन धोटे कोरकू का यह गीत उनके यू-ट्यूब चैनल ' अर्जुन गोंडी म्यूजिक' पर लॉन्च हुआ है और इसे 50 हजार से अधिक आदिवासी इस रैली के माध्यम से एकता का संदेश देने के लिए सुनेंगे।
सॉन्ग 'चली आदिवासी की रैली' एक शानदार संगीत कृति है। यह आदिवासी समाज के भीतर एकता और साहस का प्रतीक बनकर उभर रहा है। इस गीत में बैतूल के महान क्रांतिकारियों जैसे सरदार गंजन सिंह कोरकू, सरदार विष्णु सिंह गोंड, रामजी भाई कोरकू और जुगरू गोंड के संघर्ष और योगदान को दर्शाया गया है। इन महान व्यक्तियों ने देश की आजादी के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और अब अर्जुन धोटे के इस गीत के माध्यम से उनकी कहानियों को नए सिरे से जीवित किया जा रहा है।
अर्जुन धोटे, आदिवासी फोक सिंगिंग के क्षेत्र में बैतूल जिले का गौरव बन चुके हैं, उन्होंने इस गीत के माध्यम से आदिवासी समाज को एकजुट करने का प्रयास किया है। इससे पहले उनका पहला सॉन्ग 'ओ सांगो सॉन्ग' ने 24 मिलियन व्यूज क्रॉस कर बैतूल को एक अलग पहचान दिलाई थी। अब इस नए गीत के जरिए उन्होंने एक बार फिर से अपनी प्रतिभा और आदिवासी समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है। इस गीत को लेकर आदिवासी समाज में काफी उत्साह है, और इसे आदिवासी समाज के एकता और सामूहिकता को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। 11 अगस्त को होने वाली महारैली में इस गीत के माध्यम से हजारों आदिवासी एकता का संदेश देंगे और अपने संघर्षशील पूर्वजों को सम्मानित करेंगे। अर्जुन धोटे का यह प्रयास आदिवासी समाज को एक नई ऊर्जा और दिशा देने वाला है। उनके गीत 'चली आदिवासी की रैली' में संगीत के माध्यम से समाज में एकता, संघर्ष और साहस का संदेश देने का जो अनूठा प्रयास किया गया है, वह निश्चित रूप से सराहनीय है