पुस्तक का विमोचन सियासत और पत्रकारिता के नामचीन हस्तियों के हाथों नई दिल्ली में होगा।
भोपाल/नई दिल्ली, मशहूर पत्रकार और शायर अतीक़ मुज़फ्फ़रपुरी की बरसी पर 18 अगस्त रविवार को नई दिल्ली के रॉउज़ एवेन्यू स्थित ऑडीटोरियम में नामचीन लोगों के द्वारा मरहूम को याद किया जायेगा साथ ही इस मौक़े पर उनके जीवन और संघर्ष पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया जायेगा। इस सेमीनार का आयोजन अंजुमन तरक़्क़ी-ए-उर्दू (हिन्द) और सायबान फाउंडेशन के सहयोग से मशहूर पत्रकार और शायर अतीक़ मुज़फ्फ़रपुरी की 9वीं बरसी पर जावेद रहमानी के द्वारा लिखी गई पुस्तक "अतीक मुज़फ्फ़रपुरी हयात व खिदमात" का विमोचन किया जायेगा। इस अवसर पर आयोजित सेमीनार में "उर्दू पत्रकारिता के चैलेंजेज और पॉसिबिलिटी (इमकानात) " विषय पर विस्तृत चर्चा भी होगी। इस प्रोग्राम की अध्यक्षता मौलाना आज़ाद यूनिवर्सिटी के पूर्व डायरेक्टर और जाने माने शिक्षाविद अख्तरुल वासे करेंगे। प्रेस कौंसिल ऑफ़ इंडिया के सदस्य एवं वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्ता प्रोग्राम के प्रथम वक्ता होंगे। इनके अलावा इस प्रोग्राम के कुछ ख़ास मेहमान होंगे उनमें उर्दू अकादमी दिल्ली के वाईस चेयरमैन प्रोफेसर शहपर रसूल, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व सांसद मीम अफ़ज़ल, नई दुनिया उर्दू के एडिटर एवं पूर्व सांसद शहीद सिद्दीकी, एमएलसी एवं उर्दू अखबार हमारा समाज के संपादक डॉ खालिद अनवर, डॉ ख्वाजा इफ़्तेख़ार अहमद, डॉ अतहर फ़ारूक़ी, डॉ मोईन शादाब और वरिष्ठ पत्रकार एवं सायबान उर्दू तथा जर्नलिज्म टुडे के संपादक जावेद रहमानी प्रोग्राम में अपनी अपनी ज़िमींदारियों को निभाएंगे। अतीक़ मुज़फ्फर पूरी ने पत्रकार की हैसियत से बड़े बड़े अख़बारों में अपनी सेवाएं दी और कभी भी किसी दबाव में नहीं रहे और न ही किसी प्रकार से समझौता किया। मरहूम की पुस्तक पत्रकारिता से सम्बंधित एक खज़ाना है, जिसमें पत्रकारों की समस्याओं और चैलेंजेज का समाधान भी मौजूद है। यह पुस्तक पत्रकारिता सीख रहे युवाओं के लिए मार्गदर्शन का काम करेगी।