भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बहनों के सशक्तिकरण के लिये सरकार संकल्पित होकर काम कर रही है। रक्षाबंधन प्रेम, स्नेह और बंधुत्व का त्यौहार है। रोजगार के अवसरों में बहनों को प्राथमिकता दी जायेगी। आगामी 10 अगस्त को सभी लाड़ली बहनों के खाते में सिंगल क्लिक से 1250 रूपये तथा रक्षाबंधन के उपहार के रूप में 250 रूपये अतिरिक्त दिये जायेंगे। यहां आज बहनों ने विशाल राखी बांधकर राखी के पहले ही मुझे रक्षाबंधन का आनंद दे दिया है। प्रदेश में पूरे सावन हम रक्षाबंधन का त्यौहार मनायेंगे। बहनों का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हर जिले में उत्सव आयोजित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज दमोह जिले के जबेरा में लाड़ली बहना उत्सव सह उपहार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबेरा को नगर परिषद बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने दमोह जिले के प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत तेंदूखेड़ा जामूनखेड़ा अजितपुर से अभाना पाटन मार्ग पर 4.5 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय पुल का सिंगल क्लिक के माध्यम से लोकार्पण किया। विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। जबेरा मंडी परिसर में "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान अंतर्गत सप्तपर्णी का पौधा रोपा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखण्ड क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाली है। केन-बेतवा सिंचाई परियोजना के माध्यम से दमोह जिले की व्यारमा नदी को जोड़कर सम्पूर्ण क्षेत्र को पानी से लबालब किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण क्षेत्र में आनंद की वर्षा होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परियोजना के लिये मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को 45-45 हजार करोड़ रूपये मिलेंगे। परियोजना से सम्पूर्ण बुंदेलखण्ड के जिलों में पानी लाकर क्षेत्र के लोगों की जिंदगी बदलने का एक बड़ा अभियान चलेगा। उन्होंने कहा कि सिंचाई योजना से फसल की आमदनी दोगुनी से ज्यादा होने वाली हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों से आग्रह करते हुए कहा कि अपनी जमीन मत बेचना, आने वाले 2 माह के अंदर इस परियोजना का भूमि-पूजन किया जायेगा, आने वाला कल हमारा हैं, उससे आपकी जिंदगी बदलेगी। उन्होंने कहा कि हम बुंदेखण्ड पंजाब और हरियाणा से आगे निकल जायेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सागर में सितम्बर माह में इन्वेस्टर मीट होगी। प्रदेश के सभी जिलों को साधन संपन्न बनाने के प्रयास जारी है, प्रत्येक जिले में उद्योग धंधों का जाल बिछाया जायेगा, जिसमें बहनों को भी रोजगार मिलेगा।