भोपाल। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने सोमवार को मंत्रालय में आयुष विभाग की बैठक लेकर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। श्री परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के ध्येय की पूर्ति के लिए आयुष पद्धतियों में शोध एवं अनुसंधान पर व्यापक कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन हो। श्री परमार ने कहा कि अकादमिक, शैक्षणिक एवं शोध कार्यों के लिए प्रकोष्ठ बनाकर क्रियान्वयन किया जाए।
श्री परमार ने विभिन्न बिंदुगत विषयों पर व्यापक चर्चा कर आवश्यक सभी कार्यों का तीव्रगामी क्रियान्वयन करने को कहा। उन्होंने आयुष महाविद्यालयों की साधारण सभा/ कार्यकारिणी की नियमित बैठक करने के निर्देश दिए। श्री परमार ने आयुष महाविद्यालयों की मान्यताओं के नवीन एवं नवीनीकरण के लिए व्यापक ऑनलाइन पारदर्शी पद्धति विकसित करने को कहा।
आयुष मंत्री श्री परमार ने नवीन आयुर्वेद महाविद्यालय खोले जाने के लिए भूमि, औषधालय, अधोसंरचना एवं पदों के सृजन आदि की स्थिति और विभिन्न औषधालयों/महाविद्यालयों आदि स्थलों में विभिन्न निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। श्री परमार ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए नवीन निजी आयुष महाविद्यालयों के प्रस्तावों की स्थिति, लोकसेवा आयोग के माध्यम से व्याख्याताओं की भर्ती प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति, आयुष क्लिनिक रजिस्ट्रेशन, विभाग में शोध, प्रोजेक्ट, पेटेंट, प्रकाशन एवं भविष्य की कार्ययोजना, शासकीय फार्मेसी एवं ड्रग टेस्टिंग लैब की स्थिति एवं यूनानी पाठ्यक्रम को हिंदी में अध्ययन प्रारम्भ करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव आयुष श्री अनिरुद्ध मुखर्जी,आयुक्त आयुष श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर एवं अपर सचिव आयुष श्री संजय मिश्र सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।