नई दिल्ली: ISRO यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चीफ एस सोमनाथ कैंसर से पीड़ित हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान खुद उन्होंने ही इस गंभीर बीमारी का खुलासा किया है। उन्होंने जानकारी दी है कि Aditya-L1 मिशन की लॉन्चिंग के दौरान ही उन्हें कैंसर के बारे में पता लग गया था। इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि ऐतिहासिक चंद्रयान-3 मिशन के दौरान ही उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होने लगी थीं। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में इंटरव्यू के हवाले से बताया गया कि सोमनाथ को आगे हुए स्कैन से बीमारी के बढ़ने के बारे में पता चला था। इसरो चीफ का कहना है, 'कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग के समय थी। हालांकि, तब तक इसके बारे में स्थिति साफ नहीं थी। कुछ भी तब पता नहीं था।' Also Read - भारतीय नौसेना में नव-शामिल MH 60R सीहॉक हेलीकॉप्टर शामिल 00:00 Previous PlayNext 00:00 / 02:54 Mute Settings Fullscreen Copy video url Play / Pause Mute / Unmute Language Share उन्होंने कहा कि जिस दिन आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च हुआ, ठीक उसी दिन उन्हें बीमारी के बारे में पता लग गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सोमनाथ का कहना है कि यह खबर सिर्फ उनके ही नहीं, बल्कि परिवार के लिए भी झटके के तौर पर सामने आई थी। बीते साल 23 अगस्त चंद्रयान-3 ने चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था। बीते साल 2 सितंबर को आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च हुआ था। उस दौरान एस सोमनाथ के भी जांच हुई और स्कैनिंग में पेट में कुछ बढ़ने की बात का पता चला। रिपोर्ट के मुताबिक, जानकारी लगते ही वह आगे की जांच के लिए तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई रवाना हो गए। यहां उन्हें हेरेडिटरी बीमारी का पता चला। खबर है कि तब कुछ ही दिनों में साफ हो गया था कि वह गंभीर रूप से बीमार हैं। Also Read - अपहरण के एक महीने बाद मिला नाबालिग का क्षत-विक्षत शव रिपोर्ट के अनुसार, इसरो चीफ ने कहा, 'वह परिवार के लिए झटका था, लेकिन अब कैंसर और इसके इलाज को समाधान की तरह लिया जा रहा है।' उन्होंने कहा, 'तब इलाज के बारे में अनिश्चित था और प्रक्रियाओं से गुजर रहा था।' खास बात है कि अस्पताल में सिर्फ चार ही दिन गुजारने के बाद उन्होंने इसरो में दोबारा सेवाएं देना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा, 'नियमित रूप से जांच और स्कैनिंग हो रही है। लेकिन अब पूरी तरह से ठीक हो गया हूं और काम करना शुरू कर दिया था।'