आगरा। आगरा स्थित ताजमहल में उर्स शुरू हो गया। दूसरी ओर अखिल भारत हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों ने इसका विरोध करते हुए ताजमहल के पीछे स्थित ग्यारह सीढ़ी पहुंचकर शिव चालीसा पढ़ी और जलाभिषेक भी किया। बता दें कि महासभा ने उर्स पर रोक लगाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने इस मामले में सुनवाई के लिए चार मार्च की तिथि नियत की है। हिन्दू महासभा ने पहले ताजमहल की ओर जाकर उर्स का विरोध करने का मन बनाया, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते उन्होंने यमुनापार ग्यारह सीढ़ी पहुंचकर विरोध जताया।
हिंदू महासभा ने ताजमहल के पीछे ग्यारह सीढ़ी पहुंचकर भोलेनाथ का एक चित्र लगाकर सांकेतिक शिव चालीसा का पाठ किया और गंगाजल से जलाभिषेक कर उर्स का विरोध जताया। अखिल भारत हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि उन्होंने पहले ही ऐलान किया था कि यदि ताजमहल के अंदर उर्स होगा तो वह भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे।
महासभा की मंडल अध्यक्ष मीना दिवाकर ने कहा कि हमने उर्स के विरोध में ग्यारह सीढ़ी पर शिव चालीसा का पाठ कर अपना विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि उर्स नियमानुसार गलत है। प्रशासन को आयोजकों के खिलाफ मुकदमा लिखकर कार्रवाई करनी चाहिए। इस अवसर पर मनीष पंडित, विपिन राठौर भी मौजूद रहे। दरअसल हिंदूवादी संगठन ताज महल को तेजोमहल होने का दावा करते हैं।
ताज महल में शाहजहां के उर्स का आयोजन 8 फरवरी तक होगा। मीना दिवाकर ने मांग की कि ताज महल में उर्स का आयोजन नहीं होना चाहिए। उर्स पर रोक की मांग ज्ञापन के जरिए पूर्व में भी की जा चुकी है। उन्होंने चेतावनी दी कि उर्स के नहीं रोके जाने कार्यकर्ता ताज महल में घुसकर शिव तांडव करेंगे।