भोपाल। मध्यप्रदेश स्थित सभी आकाशवाणी केन्द्रों द्वारा इस सोमवार 15 जनवरी से शाम 5.30 बजे से रोजाना श्री रामचरित मानसगान की उस रिकार्डिग का प्रसारण आरम्भ किया जा रहा है जिसे 1971 से 73 के बीच तत्कालीन स्टेशन डायरेक्टर श्री समर बहादुर सिंह द्वारा रिकार्ड करवाया गया था। आकाशवाणी भोपाल देश का पहला ऐसा केन्द्र बन गया जहां से श्री रामचरित मानसगान का सस्वर पाठ प्रसारित किया गया। मानसगान के पूर्ण होने पर जब इसे बन्द किया गया तो श्रोताओं की जबरदस्त मांग उठी और संसद भवन तक इसकी गूंज सुनाई दी। इसके बाद नई दिल्ली महानिदेशालय से तुरन्त इसे प्रसारित करने का आदेष आया । और रातोरात इसे रिकार्ड कर इसका प्रसारण आरम्भ हुआ था । उस समय भोपाल के नामी कलाकारों ने इसमें अपनी आवाज दी थी जिनमें रामकिशन चन्देश्री, जगदीश ठाकुर, कुसुम बड़ोदकर, वसुंधरा तेलंग (विवाहोपरांत डाॅ. अष्विना रांगड़ेकर), जयश्री थत्ते, इन्द्रकुमार गुप्ता, सुरेखा कालकर, अवधेशप्रसाद त्रिपाठी आदि शामिल है। बाद में श्री रामचरित मानसगान की रिकार्डिंग विविध भारती मुम्बई द्वारा कराई गयी जिसमें लता मंगेशकर, सुरेश वाडकर आदि कलाकारों ने अपनी मानसगान का पाठ किया। इस रिकार्डिंग का प्रसारण भारत के सभी आकाषवाणी केन्द्रों से लगातार तब से निरन्तर किया जा रहा है।
आकाशवाणी भोपाल के कार्यक्रम प्रमुख श्री राजेष भट ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में आकाषवाणी भोपाल पर तैयार पुरानी श्री रामचरित मानसगान की सीडी का विमोचन किया और इस रिकार्डिंग से जुड़े कलाकारों को प्रधानमंत्री आवास में आमंत्रित किया था। इसमें डाॅ. अश्वीना रांगडेकर, कुसुम बड़ोदकर , इन्द्रकुमार गुप्ता, रमेषइन्दु बासु सुरेखा कालकर जयश्री थत्ते और तत्कालीन केन्द्र निदेशक डाॅ. समर बहादुर सिंह के पुत्र भी आमंत्रित थे। इस सीडी को आकाशवाणी संग्रहालय द्वारा विक्रय हेतु भी तैयार किया है।
हेमन्त ऋतु में आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ स्थित सभी केन्द्रों इस रामचरित मानस गान का प्रसारण आरम्भ किया जाना प्रासंगिक है। उल्लेखनीय है कि ये प्रसारण सुबह प्रसारित हो रहे मुम्बई में निर्मित श्री रामचरितमानस गान के अतिरिक्त है। अर्थात श्रोताओं को अब दिन में दो बार श्री रामचरित मानसगान का पाठ सुनने को मिल सकेगा।