भोपाल। वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम में वन, वन्य-प्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समन्वय से आयोजित प्रशिक्षण-सह-जागरूकता शिविर में वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 31 जनवरी, 2024 को सातवाँ शिविर आयोजित किया गया। इसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मिसरोद के 100 विद्यार्थियों एवं 6 शिक्षकों सहित कुल 106 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
शिविर में सम्मिलित प्रत्येक बच्चे को अनुभूति बैग, कैप, पठनीय सामग्री, स्टीकर, पेन, ब्रोशर और बैच प्रदान किये गये। विद्यार्थियों को पक्षी-दर्शन, वन्य-प्राणी दर्शन, प्रकृति पथ भ्रमण एवं वन, वन्य-प्राणी एवं पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियों कराई गई तथा जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। नवाचार के रूप में रेस्क्यू गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें बगैर सिले कपड़े से थैला बनाने की विधि सिखाई गई। प्रतिभागियों को छोटे समूहों में बांटकर पर्यावरण से सम्बंधित रोचक खेल जैसे फुड वेव, मैं कौन हूँ अंतर्गत प्रतिभागियों द्वारा बाघ, सिंह, तेंदुआ आदि वन्य-प्राणियों के बारे में पहचान की गई एवं उसके बारे में बताया गया। बाघ के बारे में एक फिल्म भी दिखाई गई तथा वन विभाग की संरचना एवं विभिन्न पदों पर चयन होने की योग्यता के बारे में भी प्रतिभागियों को बताया गया।
स्पॉट क्विज में प्रथम इशिका मालवीय, द्वितीय उमेश मीणा एवं तृतीय लकी कुशवाह रहे। विद्यार्थियों को वन्य-प्राणियों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है, इसके संबंध में रेस्क्यू वाहन के माध्यम से रेस्क्सू टीम द्वारा अवगत कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ईको पर्यटन विकास बोर्ड श्रीमती समीता राजोरा, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीमती कमलिका मोहता एवं सेवानिवृत्त अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीमती गोपा पाण्डे विशिष्ट तिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस अवसर पर श्रीमती समीता राजोरा द्वारा प्रतिभागियों को साँप-सीढ़ी गेम उपहार स्वरूप प्रदान किये गये। शिविर के दौरान छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों संबंधी जानकारी प्र. राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा प्रदाय किये गये सेम्पल के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम के अंत में शिविर सम्मिलित बच्चों को शपथ दिलाई। पुरस्कार तथा प्रमाण-पत्र भी वितरित किये गये।