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अलीराजपुर के दाल-पनिया का स्वाद लोगों को खूब भाया

भोपाल। वन मेले के चौथे दिन भी लोगों का वन मेले के प्रति उत्साह नजर आया। मेले में लगभग 23 हजार लोगों ने मेले का आनंद लिया। लोगों के इतनी बड़ी संख्या से मेले प्रांगण में लगे स्टॉल्स के संचालकों का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है। मेले में स्थापित फूड स्टॉल्स के व्यंजन लोगों के स्वाद को बढ़ा रहे हैं। वन भोज रसोई के व्यंजनी एवं अलीराजपुर के दाल-पनिया का स्वाद चखने के लिए लोगों की भीड़ इस तरह से लगी है कि लोगों को इंतज़ार करने में भी समस्या नहीं हो रही बल्कि इस इंतजार की घड़ी व्यंजनों के स्वाद को दोगुना कर रही है।

मेले में लगभग 35 लाख रूपए के वनोपज हर्बल उत्पाद से निर्मित औषधियों की बिक्री हो चुकी है। मेले में स्थापित ओ.पी.डी. में लगभग 3 हजार से अधिक आगंतुकों ने निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया। ओ.पी.डी. में आयुर्वेदिक चिकित्सकों एवं अनुभवी वैद्य द्वारा निःशुल्क परामर्श मेले के अंतिम दिन तक जारी रहेगा।

पाँच दिवसीय मेला, जिसका एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है की लघु वनोपज में शामिल प्राथमिक संग्राहकों को एक मंच प्रदान करना है। लघु वनोपज संग्राहकों, उत्पादकों एवं वनोपज समितियों का जड़ी बूटियों, हर्बल उत्पाद तथा आयुर्वेदिक के व्यवसाय से जुड़े विभिन्न निर्माता, विभिन्न मंडियों के लघु वनोपज के व्यापारियों, उत्पादक, प्रसंस्करण कर्ताओं के प्रतिनिधि के साथ सीधा वार्तालाप हो और बाजार के अवसरों को खोजा जा सके। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिये एक दिवसीय क्रेता- विक्रेता सम्मेलन का आयोजन भी किया गया। सम्मेलन श्री विभाष कुमार ठाकुर जी-प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक म. प्र. राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित, श्री मनोज कुमार अग्रवाल जी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं अपर प्रबंधक संचालक/ म.प्र. राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित एवं श्री प्रफुल फुलझेले जी, सीईओ, एम्. ऍफ. पी. पार्क के मुख्य आथित्य में संपन्न हुआ।

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