सिलवानी विधानसभा के विकास पुरुष, रामपाल सिंह में भोले भंडारी की विशेषताएं, संगठन के प्रति उनकी निष्ठा त्याग और समर्पण की भावना का कोई पार नहीं
रामपाल सिंह का जन्मदिन |
बेगमगंज। मिलन सरिता एक ऐसी कला है जो अपने दुश्मनों को भी परास्त कर देती है ऐसी ही विलक्षण प्रतिभा के धनी ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत ने आज के इस समय में जहां राजनेता और राजनीति नैतिक मूल्यों से गिरकर बदनाम हो रही है, नेता खोखले दावों और झूठी घोषणाओं के साथ वादा खिलाफी के प्रतीक बन गए हो। ऐसे समय में नेताओं की भीड़ में हमारे बीच एक व्यक्तित्व ऐसा भी है जिसने कभी अपने आदर्शों, सिद्धांतों को नहीं छोड़ा बल्कि परोपकार और जन सेवा को ही अपना धर्म समझा, उस व्यक्तित्व को पूरा प्रदेश रामपाल सिंह के नाम से जानता है।
पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक श्री सिंह का जीवन परिचय:-
ग्राम केवट पिपरिया तहसील उदयपुरा के किसान जुझार सिंह राजपूत के यहां 4 जनवरी 1956 को जन्मा बालक ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत 1 दिन इतनी ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा किसी ने सोचा भी नहीं था आपने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद भोपाल विश्वविद्यालय से 1981 में बीए की परीक्षा पास की और छात्र राजनीति से सियासत का सफर शुरू किया 1980-81 में शास. महाविद्यालय बरेली के छात्रसंघ अध्यक्ष तथा भोपाल विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी के सदस्य । भारतीय जनता युवा मोर्चा, रायसेन के उपाध्यक्ष तथा इसकी प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य बने । बरकतुल्लाह विवि भोपाल से वर्ष 1989 में एलएलबी अंतिम परीक्षा पास की और सीधे 1990 में उदयपुरा बेगमगंज विधानसभा क्षेत्र से पहली बार नौवी विधानसभा में सदस्य निर्वाचित हुए, 1993 में दूसरी बार निर्वाचित हुए 1998 में तीसरी बार ग्यारहवीं मध्यप्रदेश विधानसभा सदस्य निर्वाचित होकर याचिका, सार्वजनिक उपक्रम, विशेषाधिकार समिति तथा ऊर्जा विभाग की परामर्शदात्री समिति के सदस्य बनाए गए।
सत्ता में आने के बाद लगाई विकास कार्यों की झड़ी, सड़कों को बिछाया जाल, मूलभूत सुविधाओं को दी प्राथमिकता:-
2003 में चौथी बार बारहवीं मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए, तथा भाजपा जिला रायसेन का भार संभाला । वर्ष 2004 में राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) मध्यप्रदेश शासन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के पद पर आसीन हुए 2006 में कैबिनेट मंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सामाजिक न्याय ,एक नवम्बर 2006 में विदिशा लोक सभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित, सदस्य केंद्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी वन एवं पर्यावरण। 2010 में प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, 2011 में अध्यक्ष मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं आघोसंरचना विकास मंडल बोर्ड। 2013 से चौदहवीं विधानसभा मध्यप्रदेश क्षेत्र सिलवानी से सदस्य निर्वाचित व केबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश शासन राजस्व एवं पुनर्वास विभाग बनाया गया 2016 से केबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश शासन, (लोक निर्माण व विधि और विधायी विभाग) 2018 में विधानसभा क्षेत्र सिलवानी से विधायक निर्वाचित हुए। निरंतर रामपाल सिंह रायसेन जिले के वरिष्ठ नेता हैं। यही कारण है कि आज बेगमगंज सिलवानी विधान सभा क्षेत्र जो आजादी के 45 वर्ष तक नेताओं का चारागाह था। यहां सड़कों के नाम पर धूल ही धूल थी। तब उदयपुरा से बेगमगंज मार्ग, सुनवाहा, नारायणपुर, सेमरा एवं उदयपुरा के समीपस्थ ग्रामों में चौरास, कैलकच्छ, पतई, टिमरावन, हाथीखेड़ा, कटक, केतोधान, सिलवानी के प्रतापगढ़, जैथारी, सेमरा खास गुदरई, पापड़ा, जैसे गांव जाना, बड़ा. ही दुर्गम था जहां पहले महिन्द्रा जीप नहीं जा पाती थी। आज इन सभी गावों में फोर व्हीलर दौड़ रही हैं। बड़े वाहन चल रहे हैं जिसका सारा श्रेय श्री सिंह को जाता है। जिन्होंने विपक्षी विधायक के रूप में प्रदेश की विधानसभा में क्षेत्र के विकास व समस्याओं के निराकरण के लिए संघर्ष किया तो वही सत्ता में आने के बाद तो विकास कार्यों की झड़ी लगा दी बेगमगंज उदयपुरा क्षेत्र के गांव गांव में शाला भवन, किसानों के लिए सिंचाई योजनाएं, बांध जिनमें सेमरी जलाशय, खमरिया, उमरखोह, कीरतपुर, तुलसीराम, सागोनी, केवलारी, छिकरी, अचांखेड़ा बांध जैंसी अनगिनत योजनाऐं, दुर्लभ गाडरवाडा गैरतगंज बायपास मार्ग, मंदिरों में गौशाला का निर्माण, परम धार्मिक प्रवृति के श्री सिंह के उदयपुरा सिलवानी बेगमगंज क्षेत्र में शायद ही ऐसा कोई देवता का चबूतरा मठ मंदिर हो जहां के उत्थान जीर्णोद्धार में आपका योगदान ना रहा हो । फिर चाहे दुर्लभ मृगनाथ की पहाड़ी का मंदिर हो, ऊपर पेय जल पहुंचाने की बात हो, धर्मपुरा घाट पर पारद शिवलिंग स्थापना, नर्मदा घाटों का निर्माण हो या बेगमगंज के शिवालय मंदिर, माता मंदिर टेकरी, कंजी कुआ मंदिर, मांता मंदिर सुनवाहा, जगदीश मंदिर सभी में राजनीति से ऊपर उठकर धर्म की भावना से योगदान दिया।
औघड़ व्यक्तित्व:-
जिस प्रकार औघड़ बाबा शिव औघड़दानी और विषपायी के रूप में प्रसिद्ध है, वे बिच्छुओं से लिपटे रहने पर भी विषैले नही होते बल्कि अपना खून पिलाकर उन्हें जीवनदान देते रहते हैं। किन्तु यदि कोई दुष्टता पर उतर आए तो दंडित किए बिना नहीं रहते हैं। भोले भंडारी की विशेषताएं रामपाल सिंह में देखी जा सकती- हैं। संगठन के प्रति उनकी निष्ठा त्याग और समर्पण की भावना का कोई पार नहीं हैं। संगठन के आदेश पर उन्होंने सहर्ष मंत्री पद त्याग कर विदिशा लोकसभा का चुनाव लड़ा। यही कारण है कि आज श्री सिंह सत्ता और संगठन दोनो में अपनी साफ सुथरी छवि के कारण चहेते बने। प्रदेश के किसी मंत्री से भी ज्यादा प्रशंसकों एवं संगठन के कार्यकर्ताओं की भीड़ श्री सिंह के निवास पर देखने को मिलती है। उनको निरंतर कर्म पथ पर आगे बढ़ता देख उक्त पंक्तियां स्मरण हो आती है कि "कर्मवीर के पंथ पर हर पत्थर साधक बनता है, दीवारें दिशाएं बताती हैं, जब कर्म योगी आगे बढ़ता है"
पीडब्ल्यूडी मंत्री कार्यकाल में 1 हजार करोड़ के विकास कार्य:- आपने अपने राजनीतिक जीवन में राजस्व मंत्री बनते ही क्षेत्र में गरीबों को लिए राशन कार्ड और किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं दी पीडब्ल्यूडी मंत्री बनते ही बेगमगंज सिलवानी उदयपुरा में पुल पुलिया एवं सड़कों का जाल बिछाया लगभग 1 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य कराएं तत्कालीन विधानसभा सचिवालय में प्राक्लन समिति के सभापति के रूप में और बेगमगंज में स्वास्थ के लिए 14 करोड़ की लागत से नई बिल्डिंग, सिलवानी में सिविल हॉस्पिटल का दर्जा प्रतापगढ़ में उप स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानगंज में उप स्वास्थ्य केंद्र और मां नर्मदा नदी पर चिंकी की परियोजना मंजूरी दिलाई जिसका लाभ उदयपुरा सिलवानी के लोगों को मिल रहा है। साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना के समय अपने कर्तव्य को निर्वाह करते हुए स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई ऑक्सीजन की कमी नहीं आने दी हॉस्पिटलों में जो भी सामग्री की जरूरत पड़ी उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को आगे कर और खुद क्षेत्र का भ्रमण कर लोगों के सुख दुख में शामिल हुए। वर्तमान में कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं को चाक-चौबंद करने के लिए अस्पतालों का सतत निरीक्षण का आवश्यक निर्देश देकर व्यवस्थाएं कराने में जुटे हुए हैं।
पिछले वर्ष में क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात:- पिछले वर्ष केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से सिलवानी बेगमगंज विधानसभा में 136 करोड़ 68 लाख की सड़क निर्माण की सौगात है जिसमें बेगमगंज सागर मार्ग से महुआ खेड़ा कला, गोरखा परड़िया राजाधार, रतन गिरी से सिलवानी सागर रोड तक मार्ग निर्माण लागत करीब 76 करोड 99 लाख, एवं देहगांव से बम्होरी मार्ग लागत करीब 59 करोड़ 69 लाख रुपया की स्वीकृति कराकर क्षेत्र को सौगात दी थी। वहीं हैदरगढ़ से लेकर सुल्तानगंज तक का मार्ग सीसी स्वीकृत करा कर उसके टेंडर भी कराए तथा राहतगढ़ से बूढ़ागंज तक के मार्ग का रिनुअल कोर्ट का काम कराया शहर में आईटीआई का विशाल नवीन भवन तैयार होकर आईटीआई का शुभारंभ कराया हो या फिर विद्युत के क्षेत्र में 220 केवी की बड़ी लाइन के लिए विद्युत स्टेशन की स्वीकृति हो या सुल्तानगंज सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सबस्टेशन उप स्वास्थ्य केंद्र जैसी ढेरों सौगातें क्षेत्र के लिए विकास पुरुष के रूप में आपने दी हैं ।
चुनाव में पराजय के बाद भी क्षेत्र में विकास के लिए सक्रिय:- क्षेत्र में ढेरो विकास के कार्य करने वाले विकास के महारथी को इस चुनाव में क्षेत्र के लोगों ने भले ही नकार दिया हो लेकिन विकास पुरुष प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही जनता के दुख दर्द बांटने और क्षेत्र के विकास के पहिए को गति देने के लिए पूरी तरह सक्रीय होकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं। कार्यकाल के दौरान स्वीकृत कराए गए कार्य प्रगति पर हैं वहीं सिविल अस्पताल में करोड़ों रुपए की लागत से भवन बनकर तैयार हो चुका है बेगमगंज शहर वासियों के लिए करीब 1900 आवास जो स्वीकृत कराए थे उनका कार्य प्रगति पर है नगर पालिका में करीब 11 करोड रुपए स्वीकृत कराकर विकास के पहिए को गति दी है विभिन्न वार्डों में विकास कार्य चरम पर हैं। शहर के सौंद्रीयकरण के लिए दर्जनों विद्युत पोल सागर और भोपाल रोड के आखिरी छोर तक लगाए जाने के लिए चिन्हित स्थानों पर पहुंच चुके हैं।सहृदयी महापुरुष आज भी कार्यकर्ताओं के लिए जी जान से साथ देने के लिए तत्पर है तो वही क्षेत्र की जनता को शासन की योजनाएं का लाभ दिलाने और क्षेत्र के विकास के लिए आज भी प्रयत्नशील है।
ऐसे विकास पुरुष का आज जन्म दिवस नर्मदा नदी के तट पर उनके समर्थकों द्वारा जोश खरोश के साथ ब्राह्मण भोज कन्या भोज का कार्यक्रम आयोजित कर मनाया जा रहा है।
किसी शायर ने कहा है जहां रहेगा वहीं रोशनी लुटाएगा, किसी चराग का अपना मकां नहीं होता।