रतलाम। रतलाम में पुलिस ने आदिवासी युवक को दोस्तों के सामने चांटे मारे। इसके दो दिन बाद शनिवार को युवक का शव फंदे पर लटका मिला। परिजनों का कहना है कि बेवजह मारपीट से दुखी होकर उसने खुदकुशी कर ली।
युवक को चांटे मारते हुए वीडियो भी सामने आया है। जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। गुस्साए परिजन और समाज के लोगों ने शव रखकर थाने का घेराव कर दिया। करीब 6 घंटे से थाने पर प्रदर्शन जारी है। इधर, लोगों के आक्रोश को देखते हुए एसपी ने आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है।
परिजनों की मांग है कि घटना के दौरान ड्यूटी पर तैनात चारों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए। साथ ही उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया जाए।
ये मामला रतलाम जिले के बाजना थाना क्षेत्र के छावनी झोड़िया गांव का है। जहां गुरुवार को गांव में शादी समारोह था। इस दौरान बाजना थाने से डायल 100 की टीम पेट्रोलिंग पर गांव आई थी।
एएसपी राकेश खाका ने बताया कि 25 जनवरी की रात करीब 1.10 बजे गणेश मईडा (23) शादी से अपने दोस्तों के साथ बाइक से घर जा रहा था। तभी उसे पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने रोका। ड्यूटी पर तैनात आरक्षक शफीउल्ला खान ने उससे पूछताछ की। इसी बीच युवक गणेश को चांटे मार दिए। पीड़ित युवक 26 जनवरी को थाने पहुंचा। उसने पुलिसकर्मियों से उसे पीटने का कारण पूछा। लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया। इसे लेकर वह परेशान था।
गणेश ने शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अपने घर पर फांसी लगा ली। उस समय घर पर विकलांग बहन थी। जिसे कुछ भी पता नहीं चला। युवक के पिता बाजार गए थे। मां भी घर पर नहीं थी।
युवक की खुदकुशी के बाद बड़ी संख्या में समाज के लोग बाजना थाने पहुंचे और घेराव कर दिया। गुस्साए लोग घंटों तक वहीं डटे रहे। शाम को वे युवक का शव भी थाने लेकर आ गए। अभी भी शव रखकर थाने के सामने ही प्रदर्शन कर रहे हैं।