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बेगमगंज में साल की आखिरी लोक अदालत में आपसी समझौते से निपटे सौ से ज्यादा मामले

बेगमगंज।  बेगमगंज तहसील अदालत में आयोजित नेशनल लोक अदालत में चारों न्यायालयों में वर्षों से लंबित समझौता योग्य सिविल एवं आपराधिक के साथ ही बैंकों के ऋण वसूली केस, विद्युत विभाग एवं नगर पालिका के संपत्तिकर और जलकर बकाया के प्रिलिटिगेशन मामलों के पक्षकारों की सहमति से समझौते के आधार पर निराकृत किए गए।

शनिवार को आयोजित साल की आखिरी नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ विधिक सेवा प्राधिकरण के तहसील अध्यक्ष एवं जिला व प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश राजकुमार वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश विवेक शिवहरे, जेएमएफसी मोहम्मद असलम देहलवी और श्रीमती सृष्टि पटेल के अलावा एजीपी धीरेंद्र सिंह गौर, बार अध्यक्ष संतोष सिंह बुंदेला, एडवोकेट आरएन रावत, राजेंद्र जैन, अरविंद श्रीवास्तव, प्रभुदयाल नेमा, राजकुमार गुप्ता, आरके खरे, मोहम्मद मतीन सिद्दीकी, एसएन रावत, किशोरीलाल चौरसिया, दामोदर प्रसाद चौबे, विनय सिंह ठाकुर, राजेश यादव, इंद्रराज सिंंह, इंदर सिंह बुंदेला, भरत सिंह बुंदेला, श्रीकृष्ण तिवारी, सईद कमर, अभिनव मुंशी,  राजेंद्र सोलंकी, शैलेंद्र जैन, मेहरबान सिंह, गजेंद्र सिंह ठाकुर, रवि रावत, संतोष घावरिया आदि थे। इसके साथ ही लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण में कोर्ट स्टाफ के यशंवत मोरे, संतोष विश्वकर्मा, जितेंद्र पंथी, ललित कोरी, नवरोज खान, अलका उइके, वर्षा राजपूत, कृष कुमार रावत, विजय यादव, राजू पवार और महेंद्र यादव सहित समस्त स्टाफ की भूमिका रही। 

सौ से ज्यादा मामले सहमति से समाप्त

चारों न्यायालयों में मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा, धारा 138 एनआई एक्ट, पारिवारिक मामले एवं समझौता योग्य आपराधिक   एवं सिविल मामलों को निराकरण के लिए रखा गया था। इसमें प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश राजकुमार वर्मा की खंडपीठ में 12, अपर सत्र न्यायाधीश विवेक शिवहरे की खंडपीठ में 3, प्रथम श्रेणी व्यवहार न्यायाधीश मोहम्मद असलम देहलवी की खंडपीठ में 110 और सिविल जज (द्वितीय श्रेणी)  सृष्टि  पटेल की खंडपीठ में 16 सहित कुल 141 प्रकरणों में आपसी सहमति से राजीनामे हुए ।



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