भोपाल। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि विजय दिवस के बहादुर वीरों के प्रति पूरा देश नत मस्तक है। राष्ट्र आजीवन उन परिवारों का ऋणी है जिन्होंने अपने सपूतों को मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया। अंतिम साँस तक लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हर जवान को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने विकसित भारत @2047 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में आगे बढ़कर सहयोग का प्रदेशवासियों से आह्वान किया है।
श्री पटेल पूर्व सैनिकों के संगठन इंडियन वेटरंस आर्गनाइजेशन द्वारा शौर्य स्मारक में आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने शौर्य स्मारक पर विजय दिवस वीर-शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन जोगिन्दर सिंह सेंगर उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि आज से 52 साल पहले 1971 के भारत-पाक युद्ध में माँ भारती के वीर सपूतों ने पाकिस्तान के दाँत खट्टे करते हुए बांग्लादेश को आज़ाद कराया था। फ़ील्ड मार्शल जनरल मानेक शॉ के नेतृत्व में 90 हज़ार से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्होंने कहा कि सैनिक कभी पूर्व नहीं होता “वन्स अ सोल्जर, ऑलवेज़ अ सोल्जर”। सेवानिवृत्ति के बाद सैनिकों की ज़िम्मेदारी समाज के प्रति और ज़्यादा बढ़ जाती है। पूर्व सैनिक अपने अनुभव, अनुशासन और राष्ट्र प्रेम की भावना से समाज और युवाओं को संस्कारित करने का कार्य करे। साथ ही समाज के सुरक्षा कवच की भूमिका निभाते हुए युवाओं में स्वदेशी और स्वावलंबन का विकास करें।