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केबल कार (रोप वे) फंस जाए तो बचाव के बताए गए तरीके

11 एनडीआरएफ वाराणसी इकाई ने एसडीआरएफ, होमगार्ड्स और रोप वे टीम के साथ की मॉकड्रिल


भोपाल। अचानक केबल कार के फंसने, हवा में ही रुकने या अन्य कारणों से आपदा की स्थिति में बचाव और राहत की मॉकड्रिल भोपाल की मनुआभान टेकरी स्थित केबल कार परिसर में की गई। 

दरअसल आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत मनोज कुमार शर्मा, उप महानिरीक्षक के दिशा-निर्देशन में 11 एनडीआरएफ, वाराणसी की टीमें विभिन्न संस्थानों और हितधारकों को सशक्त बनाने के लिए एवं आपदा से बचाव एवं प्रबंधन हेतु बृहद पैमाने पर मॉक अभ्यास व जन जागरुकता के अभियान चला रही है। 11 एनडीआरएफ वाराणसी के टीमों द्वारा उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के सभी केबल कार (रोप-वे) टीम एवं सम्बंधित जिला प्रशासन के साथ लगातार संयुक्त मॉक अभ्यास किया जा रहा है। 

उसी कड़ी में 22 दिसंबर 2023 को निरीक्षक श्रीनिवास मीना के नेतृत्व में एनडीआरएफ, भोपाल की टीम ने कन्वेयर एंड रोपवे सर्विस प्राइवेट लिमिटेड जैन मंदिर मनुआभन टेकरी, भोपाल मे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, एसडीईआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य, रोप-वे टीम और विभिन्न हितधारकों के साथ संयुक्त रूप से केबल कार आपात स्थिति पर मॉक अभ्यास किया। 

मॉक एक्सरसाइज के दौरान केबल कार इमरजेंसी पर एक परिदृश्य चित्रित किया गया, जिसमें कन्वेयर एंड रोपवे सर्विस प्राइवेट लिमिटेड जैन मंदिर मनुआभन टेकरी, भोपाल, जिला- भोपाल (मध्य प्रदेश) के केबल कारें जमीन से 30 फीट (लगभग) की ऊंचाई पर अटक गई और ये कारें किसी तकनीकी समस्या के कारण रोप-वे पर नहीं जा सकीं और कारों के अंदर यात्री फंस गए। इस पर ईओसी को घटना के बारे में सूचित किया गया, उन्होंने आगे एनडीआरएफ नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया। घटना स्थल पर पहुंचने पर, एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक मूल्यांकन किया और साथ ही आॅपरेशन बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट और संचार पोस्ट की स्थापना की और आकलन के बाद टीम ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और सभी फंसे हुए पीड़ितों को विभिन्न रस्सी बचाव व अन्य तकनीक के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। मेडिकल एजेंसियों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम (कफर) के दिशा-निदेर्शों पर जोर दिया गया और इसका पालन किया गया।

इस मॉक अभ्यास के दौरान आदित्य जैन एसडीएम के अलावा डीडीएमए, स्वास्थ्य, एसडीईआरएफ, अग्निशमन विभाग, अस्पताल के कर्मचारी, रोप-वे टीम के कर्मचारी तथा विभिन्न हितधारकों एवं मीडियाकर्मियों ने भाग लिया। मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच समन्वय बनाना, उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखना था, जिससे कभी भी केबल कार (रोपवे) दुर्घटना में त्वरित कार्यवाही करते हुए मानव जीवन को बचाया जा सके। एनडीआरएफ बचावकतार्ओं द्वारा प्रदर्शित पेशेवर कौशल की जिला प्रशासन द्वारा अत्यधिक सराहना की गई।

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