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तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर करणी सेना के संयोजक के अंधेकत्ल के तीन आरोपित गिरफ्तार

आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

बेगमगंज। ग्राम सुनवाहा में 1 दिसंबर की रात को  करणी सेना के संयोजक एवं पूर्व जनपद सदस्य जयपाल सिंह दांगी की अज्ञात हत्यारों द्वारा पीट - पीटकर हत्या कर दी गई थी। 

जिसको लेकर समाज में आक्रोश व्याप्त था और लगातार  अज्ञात हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा था । 7 दिन के अंदर पुलिस ने अंधेकत्ल का पर्दाफाश करते हुए बताया कि ग्राम सुनवाहा में एक दिसंबर की रात  में जयपाल सिंह की बंद पड़े ढाबे पर पहुंचकर कुछ लोगों द्वारा लाठियां से पीटते हुए गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जयपाल सिंह खेती करता था और ढाबा भी चलाता था लेकिन उसने ढाबा बन्द कर दिया था और रात में खेत की रखवाली के लिए ढाबे पर अकेला ही रहता था । तब मौका पाकर उस पर हमला किया गया और हमलावरों की मार से बचने के लिए जयपाल सिंह ने ढाबे के कमरे में बंद होकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया था। अधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई थी ।

सुबह जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार के एक सदस्य उसे देखने पहुंचे तो कमरा अंदर से बंद मिला तब उन्होंने अंदर झांककर देखा तो जयपाल सिंह पलंग पर  खून से लथपथ था तो उन्होंने परिजनों एवं सुल्तानगंज  पुलिस को इसकी खबर दी थी ।  जिसकी सुबह पलंग पर रक्त रंजित लाश पुलिस को मिली थी ।

तब से पुलिस अज्ञात हत्यारों की तलाश में जुटी हुई थी। अनुसंधान के दौरान पुलिस को तकनीकी साक्ष्य  मोबाइल रिकार्डिंग की आवाज  एवं पीएसटीएन, सीडीआर डेटा के आधार पर संदेहियों से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो पहले तो वह पुलिस को गुमराह करते रहे लेकिन मनोवैज्ञानिक ढंग से कड़ी पूछताछ करने पर अंत में टूट गए और पुरानी रंजिश के कारण मृतक को मारपीट कर हत्या करना स्वीकार कर लिया ।

पुलिस ने घटना कारित करने वाले आरोपित राजपाल उर्फ राज दांगी 20 वर्ष पिता मानसिंह दांगी निवासी ग्राम खुरई चौकी बिलेहरा( सागर ), गब्बर सिंह दांगी 24 वर्ष पिता उदय सिंह दांगी एवं  गौरव सिंह दांगी 19 वर्ष पिता राकेश सिंह दांगी दोनों निवासी ग्राम बकस्वाहा चौकी बिलेहरा थाना सुर्खी ( सागर ) को गिरफ्तार कर लिया।

 जिन्होंने बताया कि पुरानी रंजिश को लेकर तीनों ने षड्यंत्र रचकर जयपाल सिंह दांगी के ऊपर लाठियां से प्राण घातक हमला किया था और उसका मोबाइल भी ले गए थे लेकिन मोबाइल चालू होने के कारण उन्होंने उसको तोड़कर फेंक दिया था और घटना में उपयोग किए गए हथियार छुपा दिए थे ।

पुलिस ने घटना के दौरान मृतक के मोबाइल पर बातचीत की रिकॉर्डिंग एवं अन्य तकनीकी साक्ष्यों  के आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर सुल्तानगंज पुलिस द्वारा अलग-अलग टीम गठित कर उपरोक्त  अंधेकत्ल के मामले को सुलझाते हुए घटना में प्रयुक्त किए गए हथियार जब्त कर तीनों को आज न्यायालय में पेश किया । जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है । 

इनमें मुख्य आरोपी राजपाल उर्फ राज दांगी आदतन अपराधी है। जिस पर सुर्खी थाने में कई मामले दर्ज है।


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