Type Here to Get Search Results !

मध्यप्रदेश में एट्रोसिटी क्राइम 24 से घटकर सिर्फ 13 प्रतिशत ही रहे

राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो ने 2022 के आंकड़े जारी किए

महिलाओं, एससी एसटी के प्रति अपराध घटकर एक चौथाई  

भोपाल। प्रदेश में अनुसूचित जातियों के खिलाफ होने वाले अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है। राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, नई दिल्ली ने देशभर के 2022 के अपराध के आंकड़े जारी किए हैं, जिनके अनुसार मध्य प्रदेश में पिछले वर्षों की तुलना में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, गृहभेदन जैसे गंभीर अपराधों में उल्लेखनीय कमी सहित कुल अपराध में 1.80 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं एसटी के खिलाफ अपराधों में पहले नंबर पर केरल, दूसरे पर राजस्थान और तीसरे पर मध्यप्रदेश है।   

इस बारे में एडीजी एससीआरबी मप्र चंचल शेखर ने बताया कि एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार 2021 में कुल 304066 अपराध घटित हुए थे, वहीं वर्ष 2022 में मात्र 298578 केस दर्ज किए गए। यानि  1.80 प्रतिशत की कमी आई है। इसमें हत्या में 2.75 प्रतिशत की, हत्या के प्रयास में 3.19 प्रतिशत,  डकैती में 20.24, लूट के मामलों में 5.41, गृह भेदन के मामलों में 2.46 और अन्य अपराधों में  1.42 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई हैं। 

महिला अपराधों सिर्फ एक तिहाई बचे

वर्ष 2020-21 में 19.63 प्रतिशत से 2021-22 में घटकर एक तिहाई यानी 6.82 प्रतिशत ही महिला अपराध हुए। वर्ष 2022 के प्रथम छ: माह में जहां 4160 दुष्कर्म के मामले सामने आए थे, वहीं 2023 में जनवरी से जून तक 17.07 प्रतिशत कमी के साथ 3450 मामले दर्ज किए गए हैं। पॉक्सो एक्ट में 1.22 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। 

एट्रोसिटी केस घटकर एक चौथाई हुए

एससी के केसों में 2019-20 में वृद्धि दर 30 प्रतिशत से घटकर 2021-22 में एक चौथाई 7.19 प्रतिशत रह गई । वर्ष 2022 के प्रथम छ: माह से तुलना में 2023 में प्रथम छ: माह में 5.29 प्रतिशत की कमी आई है। वर्ष 2022 के प्रथम प्रथम छ: माह में 2213 अपराध थे, जबकि 2023 के प्रथम प्रथम छ: माह में 2096 अपराध हुए हैं।  मध्य प्रदेश में वर्ष 2022 में हॉट स्पॉट की संख्या 906 थी, जो वर्ष 2023 में 566  रह गई है। यानी इनमें 37 प्रतिशत की कमी आई है। इसी प्रकार हॉट स्पॉट क्षेत्रों में कुल घटित औसत मासिक अपराध वर्ष 2021 में 96 थे, जो वर्ष 2023 में घटकर 65 रह गए हैं, यानि इनमें 31 प्रतिशत की कमी आई है। 

इसी तरह एसटी के खिलाफ 2019-20 में वृद्धि दर 24 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2021-22 में घटकर मात्र 13.40 प्रतिशत रह गई। इसी प्रकार वर्ष 2022 के प्रथम छ: माह से तुलना की जाए तो 2023 में 14.99 प्रतिशत की कमी आई है। वर्ष 2022 में जहां 1094 क्राइम थे, वहीं इस वर्ष प्रथम छ: माह में इन अपराधों की संख्या 930 दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के विरुद्ध घटित अपराध कुल 2979 रहे हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.