मैं आचार्य जेबी कृपलानी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उपनिवेशवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के एक सच्चे प्रतीक के रूप में उनका व्यापक रूप से सम्मान किया जाता है। लोकतंत्र और सामाजिक समानता को मजबूत करने की दिशा में किए गए उनके अथक परिश्रम ने हमारे देश के ताने-बाने पर एक स्थायी छाप छोड़ी है। उनका जीवन और कार्य सदा स्वतंत्रता एवं न्याय के मूल्यों को बनाए रखने के प्रति समर्पित था।”