नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल 5 नवम्बर को सुबह 11 बजे जैनाचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद लेने छत्तीसगढ के डोंगरगढ स्थित जैन तीर्थ चन्द्रगिरी पहुंचेंगे। आचार्यश्री यहां संघ सहित चातुर्मास कर रहे हैं। फिलहाल देशभर में जैन तीर्थ गिरनार को लेकर जैन समाज काफी आक्रोशित है। जैन समाज के इस आक्रोश का असर मप्र व राजस्थान के विधानसभा चुनाव में पड़ने की संभावना है। नरेन्द्र मोदी की इस यात्रा को गिरनार से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
शिवराज बोले पीएम से बात करूंगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल सतना में आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनिश्री प्रणम्यसागर जी महाराज के दर्शन किये व उनका आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर मंच से शिवराज सिंह चौहान ने जैन समाज को आश्वासन दिया कि गिरनार मुद्दे पर वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चर्चा करेंगे।
क्या है गिरनार मामला
गुजरात के जूनागढ जिले में गिरनार पर्वत की पांचवीं टोंक से जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान मोक्ष गये हैं। जैन समाज के लिए यह पर्वत सैकडों वर्षों से आस्था का केन्द्र रहा है। इसके प्राचीन प्रमाण भी मौजूद हैं। दत्तात्रेय सम्प्रदाय के लोगों ने इस पर्वत पर कब्जा कर लिया है। वे अब जैनों को इस पर्वत पर पूजा अर्चना से रोकने लगे हैं। दत्तात्रेय सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर महेश गिरी ने 28 अक्टूबर को कथित रूप से बयान दिया है कि पर्वत पर आने वाले जैन मुनियों का सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा। महेश गिरी भाजपा सांसद रह चुका है। इसके पहले पर्वत पर वंदना करने गये जैन मुनिश्री प्रबलसागर जी महाराज को चाकुओं से गोंद दिया था।