बेगमगंज। मौसम का बदलाव होने के साथ सर्दी खांसी सहित बायरल फीवरके मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सिविल अस्पताल सहित प्रायवेट क्लीनिकों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। सिविल अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन दो सो से ढाई सौ मरीज पहुंच रहे है। प्रायवेट क्लीनिकों में भी बड़ी संख्या में लोग उपचार के लिए पहुंच रहे है।
सीबीएमओ अनिल कुमार के मुताबिक मौसम तो तय समय पर बदलता है लेकिन हम इन बदलावों के लिए तैयार नहीं होते। इसलिए मौसम के बदलाव का असर सर्दी जुखाम, और वायरल फीवर के रूप में सामने आता है। मौसम में उतार चढाव के चलते वायरल फीवर व सर्दी खांसी के मरीज अधिक आने लगे है। सांस लेते समय सीने में दर्द या हांफ भरना आवाज बैठना, जैसी समस्याएं भी लोगो को आ रहीं है। इन दिनों फंगल इंफेक्शन के भी मरीज आ रहे है। इसमें त्वचा पर चिट्टे पड़ना खुजली होना की शिकायतें भी सामने आ रही है।
इलाज कराने आई महिला अहिल्या बाई ने बताया कि परिवार में 6 लोग है सभी को सर्दी खांसी की शिकायत के साथ ही बुखार भी आ रहा है। शिशु रोग विशेषज्ञ संदीप यादव का कहना है कि वायरल फीवर की शिकायत बच्चों में भी अधिक है बड़े तो अपनी बीमारी के बारे में बता देते है। लेकिन दूध पीता बच्चा बोल नहीं पाता ऐसे बच्चे सांस लेते वक्त आवाजे करते है। ऐसालगता है कि उनकी नाक बंद है। बच्चा बे वजह रोने लगता है उसे हल्का बुखार भी हो सकता है। इसके अलावा जो बच्चे बोल सकते है उनमें भी वायरल के वही लक्षण होते है।
ऐसे करें उपायः- नमक डालकर गुनगुने पानी से गरारे करें। ज्यादा ज्यादा विटामिन सी वाली चीजों का सेवन करें। लेकिन ज्यादा खट्टे फलों से बचना चाहिए। संतुलित आहार लें, अगर बुखार है और भूख नहीं लग रही तो भारी खाना न लें क्योंकि वह बुखार के कारण पचेगा नहीं। जहां तक संभव हो गरम व तरल पदार्थ जैसे सूप, दलिया, खिचड़ी और रेसेदार सब्जियों भरपूर मात्रा में लें। तुलसी अदरक शहद का इस्तेमाल करते रहें।