Type Here to Get Search Results !

शासकीय स्कूलों में बच्चों को नहीं मिल पा रही है कम्प्यूटर की शिक्षा

कबाड़ हो रहे स्कूलों में कंप्यूटर

बेगमगंज। शा. स्कूलों में कम्प्यूटर एजुकेशन की स्थिती गंभीर बनी हुई है। शहरी स्कूलों में कंप्यूटर एजुकेशन दिलाने के लिए उपयोग में आने वाले कंप्यूटर शोपीस बन गए है। इन पुराने कंप्यूटरों का ना तो पढ़ाई में उपयोग हो रहा है। और न ही विभागीय सूचनाओं के आदान प्रदान में काम आ रहे है। कई स्कूलों में रखे कम्प्यूटर कबाड़ हो गए है या फिर शिक्षकों के घरों पर उपयोग किया जा रहा है। इनके सहीउपयोग को लेकर अभी तक विभाग से समाधान तक नहीं हो रहा है तहसील में स्थिती सबसे गंभीर है। क्योंकि कुछ स्कूलों में लाइट नहीं है। और जहां लाइट है वहां पर कम्प्यूटर का ज्ञान देने वाले शिक्षक नहीं है।

सरकार द्वारा घोषित आर्दश स्कूलों में कम्प्यूटर की नेटवर्किंग के लिए ब्रांडबैंड तक की सुविधा नहीं है। सुविधा नहीं होने से स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाना तो दूर विभाग से हर समय मांगी जाने वाली सूचनाएं भी मुख्यालय पर समय पर नहीं पहुंच रहीं है। कम्प्यूटर, इंटरनेट, वाई फाई, आदि के लिए करोड़ों रूपए की घोषणाएं हो चुकी है। राज्य स्कूल शिक्षा विभाग स्कूली बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने और कम्प्यूटर सिखाने में फेल साबित हुआ है।

सरकारी स्कूलों में छात्रों को नहीं मिल पा रही कम्प्यूटर शिक्षा:- आलम यह है स्कूलों में सूचना प्रौधोगिकी का ज्ञान फैलाने शुरू की गई करीब आठ साल पहले की कम्प्यूटर शिक्षा योजना दम तोड़ रही है। आज तक शिक्षकों की नियुक्ति भी नहीं की गई है ताकि बच्चों को शिक्षा मिल सकें। और न ही व्यवस्थाएं की गई है।

नहीं मिल रही अंग्रेजी शिक्षा:- पिछले वर्षो में स्कूल शिक्षा विभाग ने दावा किया था कि एक एक सरकारी स्कूल को अंग्रेजी माध्यम में बदला जाएगा। प्रस्तावित अंग्रेजी माध्यम के स्कूल तो खुल गए वहां अंग्रेजी और कम्प्यूटर का ज्ञान देने वाले शिक्षक नहीं पहुंच सके। नतीजा यह हो रहा है कि आधुनिक समय में सरकारी स्कूल के बच्चे पीछे होते जा रहे है। और अंग्रेजी माध्यम एवं कम्प्यूटर वाले निजी स्कूलों में बच्चे आगे बढ़ रहे है।

पालकों ने की मांग- शासकीय स्कूलों में कम्प्यूटर व अंग्रेजी की शिक्षा के लिए पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था कराने की मांग पालकों ने शिक्षा विभाग से की है। मांग करने वाले पालकों में अभिषेक नीखरा, पूर्व पार्षद मुन्ना अली दाना,महेश नेमा, भागीरथ विश्वकर्मा, नस्सू ठेकेदार, अ. हफीज,  प्रकाश रजक, शेख फाजिल, अजहर शाह,  पवन दुबे, मुजाहिद अहमद, सोमिल यादव, मूसा अली, फरहान लाला, बालकिशन पंथी, महेश पंथी, कैफ खान,  गोविंद साहू, अरहम सौदागर, आदि प्रमुख हैं।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.