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जेल प्रहरी 6 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया"

लोकायुक्त टीम कार्रवाई करते हुए

बेगमगंज। लोकायुक्त पुलिस ने जेल में बंद एक बंदी के मित्र से 6 हजार की रिश्वत लेते हुए उप जेल में पदस्थ जेल प्रहरी को रंगे हाथों पकड़ लिया जिसे  गिरफ्तारी उपरांत मुचलके पर छोड़ दिया है वहीं विभाग के लिए निलंबन की कार्यवाही हेतु लिखा गया है।

लोकायुक्त डीएसपी वीरेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में लोकायुक्त निरीक्षक नीलम पटवा एवं रजनी तिवारी सहित लोकायुक्त टीम द्वारा आज दोपहर 2 बजे  जेल प्रांगण में  जेल प्रहरी अमित धाकड़ को गैरतगंज तहसील के धनगवां  ग्राम निवासी जगदीश अहिरवार पिता सीताराम अहिरवार जोकि पिछले दस दिन से पॉस्को एक्ट में बंद है के मित्र अर्जुन रैकवार निवासी सिहोरा खुर्द गैरतगंज से 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों धर दबोचा।

लोकायुक्त डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि फरियादी अर्जुन रैकवार द्वारा लोकायुक्त में शिकायत की गई थी कि उसका मित्र बेगमगंज जेल में पिछले कुछ दिनों से बंद है। जेल का स्टॉफ उसके साथ मारपीट करता हैं। उसके साथ मारपीट नहीं करने और बंदी से मुलाकात के लिए जेल प्रहरी  अमित धाकड़ 10 हजार की रिश्वत मांगी  लेकिन मामला 6 हजार में तय होने पर लोकायुक्त ने शिकायत दर्ज करते हुए  मामला संज्ञान में लेकर पैसों के लेनदेन की रिकॉर्डिंग कराई जाने पर शिकायत सही पाई गई ।

मामले की पुष्टि होने पर सोमवार को जाल बिछाकर  छापामार कार्रवाई करते हुए उसको रंगेहाथों पकड़ा गया ।  

चालाक प्रहरी अमित धाकड़ को फरियादी अर्जुन रैकवार द्वारा जब ₹6 हजार रुपए दिए गए तो उसने विदिशा जिले के जारोली पठारी निवासी अजय लोधी जोकि  एक अन्य  बंदी से मिलने आया था उसको पैसे दिलवा दिए थे , जिसके पास से पैसे जब्त करते हुए उसे सरकारी गवाह बनाया गया है ।

कार्यवाही पूर्ण किए जाने के उपरांत आरोपित अमित धाकड़ को जमानत पर छोड़ दिया गया है । रिश्वतखोर जेल प्रहरी के प्रकरण का प्रतिवेदन जेल विभाग को भेजा जाएगा ताकि उसे निलंबित किया जा सके ।


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