पार्टी में उपेक्षा का लगाया आरोप, विधानसभा चुनाव में रखी थी दावेदारी
हरदा। नगर के वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व नपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन ने विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के बाद हो रही लगातार उपेक्षा के चलते अंततः भाजपा की प्राथमिक सदस्यता तथा सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है । आज आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से रूबरू होते हुए श्री जैन ने कहा की पार्टी के सिद्धांतों का उपहास उड़ा कर अवैध रेत खनन करवाने वाले, अवैध गतिविधियों का संरक्षण करने वाले आज सर्वेसर्वा है। पार्टी के आदर्शों ओर सिद्धांतों को मानने वाले लोगों की उपेक्षा की जा रही है । इन सब बातों से दुखी होकर अंतत: में भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं ।
इस दौरान श्री जैन भावुक होते हुए बोले की जिस पार्टी की सेवा की, जिसके आदर्शो ओर सिद्धांतों पर चला आज उसे छोड़ते हुए दुखी हूं पर अपने आत्मसम्मान के चलते अब ओर उपेक्षा सहन नहीं कर सकता हूँ । इस दौरान सुरेन्द्र जैन ने कृषि मंत्री ओर भाजपा प्रत्याशी कमल पटेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुत्र मोह में पुरानी मित्रता का उपहास उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता उनके कर्मों का फल इस चुनाव में जरूर देगी। आम जनता से बिना किसी भय या दबाव के चुनाव में मतदान करने का आव्हान करते हुए कहा कि वो जनता के साथ हर समय खड़े है, किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है ।
श्री जैन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने ओर कांग्रेस ज्वाइन करने पर कहा कि मिडिया ओर जनता जो निर्णय लेगी वो उस पर अंतिम निर्णय लेंगे । उल्लेखनीय है कि विकास पुरुष के नाम से प्रसिद्ध पूर्व नपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन ने भाजपा से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी रखकर अपने इरादे जता दिये थे, किंतु राजनीतिक समीकरण के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की खुद कि टिकट पर बन आई तो सभी मंत्रियों को लेकर केंद्र पर बनाए दबाव से अंतिम समय में टिकट पुनः कृषि मंत्री कमल पटेल का फायनल हो गया ।