करीबी साथियों को चुनाव अधिकारी बनाए जाने पर अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों का विरोध
जूनियर वकीलों का नारा सीट नहीं तो वोट नहीं -भावी प्रत्याशियों ने जिला अदालत परिसर में शुरु किया प्रचार
भोपाल। जिला अभिभाषक संघ भोपाल का कार्यकाल 12 अक्टूबर को समाप्त हो गया है। इसके बावजूद भी जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों द्वारा चुनाव की तारीख घोषित नहीं किये जाने और अपने करीबी साथियों को अतिरिक्त मुखय चुनाव अधिकारी बनाए जाने पर अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों का वकीलों द्वारा विरोध किया जा रहा है। जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों के अनुसार संघ के चुनाव आगामी छह जनवरी को हो सकते हैं । जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों द्वारा मुखय चुनाव अधिकारी के साथ ही अतिरिक्त मुखय चुनाव अधिकारियों की घोषाणा कर इसमें अपने चहेते वकील साथियों को नियुक्त कर दिया । वकीलों द्वारा इसका विरोध किए जाने पर अलग से एक लिस्ट जारी कर कुछ ओर वकीलों के नाम अतिरिक्त मुखय चुनाव अधिकारियों के रुप में जोडऩे के लिए सचिव ने मुखय चुनाव अधिकारी को पत्र लिख दिया कि इन साथियों को भी अतिरिक्त मुखय चुनाव अधिकारी के रुप में नियुक्त कर दें। जबकि मुखय चुनाव अधिकारी को एेसा कोई अधिकार प्राप्त नहीं है। अतिरिक्त मुखय चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति का अधिकार जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों को ही है। मुखय चुनाव अधिकारी केवल सहायक चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों की सहमति से कर सकता है। जिला अभिभाषक संघ के एक धड़े ने स्टेट बार कौंसिल में इस बात की शिकायत कर जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों की निर्वतमान कार्यकारिणी को भंग कर एडहॉक बॉडी गठित कर उसके निर्देशन में चुनाव कराए जाने की मांग की है । अगर स्टेट बार कौंसिल ने इस चुनाव में दखल दिया तो फिर जिला अभिभाषक संघ की कार्यकारिणी को भंग कर एडहॉक बॉडी गठित कर उसके निर्देशन में चुनाव कराए जा एंगें। जिला अभिभाषक संघ के चुनाव की तारीख की घोषणा होने से पहले ही भावी प्रत्याशियों ने अपना चुनावी प्रचार अभियान प्रारंभ कर दिया है। अध्यक्ष पद पर प्रियनाथ पाठक, नवाब खान, दीपक खरे, शिरिष श्रीवास्तव , राजेश व्यास और जितिन राठौर ने अपना प्रचार अभियान प्रारंभ कर दिया है। सचिव पद पर प्रकाश रावत, मयूर चालीसगांवकर शबिस्ता कुरैशी ,एलबी यादव ( लालू ) सपना चौधरी , मनोज श्रीवास्तव , यूपी श्ुाक्ला और अनिल जैवार के साथ ही सहसचिव पद के लिए सोनल नायक और राहुल सिंह ने अपनी दावेदारी जताते हुए अपना प्रचार अभियान प्रारंभ कर दिया है।
जिला अभिभाषक संघ में लगभग 9 हजार वकील पंजीकृत हैं। इनमें से जिला अदालत में साढ़े चार हजार वकील प्रतिदिन जिला अदालत में कामकाज करते हैं। जूनियर वकील अपनी समस्याओं को लेकर परेशान हैं। इनमें सबसे बड़ी समस्या बैठने की व्यवस्था की है। जो जूनियर वकील अपने सीनियर से अलग होकर पृथक से अपना व्यवसाय कर रहे हैं उनके पास बैठने के लिए अपनी सीट जिला अदालत परिसर में नहीं हैं। जूनियर वकीलों ने इस चुनाव का बहिष्कार करते हुए एक अलग ही नारा सीट नहीं तो वोट नहीं दिया है। इसको लेकर जूनियर वकील खुशबू ने एक व्हाटसएप्प् ा ग्रुप (सीट नहीं तो वोट नहीं ) भी बना लिया है। जूनियर वकील संभावित प्रत्याशियों से उनकी सीट के लिए स्थायी व्यवस्था और ठोस कार्यवाही चाहते हैं।