अनिल तिवारी, संजय दिवाने,अभिषेक भटट, रितेश सेवनिया सहित टीम को मिली रही बधाईयॉ
मुंबई। आम तौर पर ट्रेनो मे सफर के दौरान स्क्वाड चैंकिंग के नाम सुनते ही बिना टिकिट चलने वालों के होश उड़ जाते है, जबकि वैध टिकिट पर सफर कर रहे यात्री चैकिंग के दौरान बड़े खुश नजर आते है। सामान्यत: रेल्वे की स्क्वाड टीम के बारे में साधारण यात्री सिर्फ इतना ही जानता है कि इसमें स्पेशल टीम बनाकर कही भी गाडिय़ा चैक की जाती है। किन्तू इससे उलट ये स्कवड टीम में काम करने वाले रेल विभाग के कर्मचारीयों को रेलवे के राजस्व को बढानें का बहुत बड़ा जारिया माना जाता है। वही इस टीम में शामिल कर्मियो द्वारा रेल विभाग को घाटे से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वही इनका रेलवे के सुचारू संचालन में योगदान भी बताया भी बताया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर रेल मण्डल के अंतर्गत आने वाले आमला रेल डिपो की स्क्वाड टीम ने बीते दिनो बिना टिकिट सफर करने वाले यात्रियों को पकडक़र उनसे जुर्माने के रूप में लाखों रूपये वसूल कर रेल विभाग में जमा करवाए है। आमला स्क्वाड टीम में वैसे तो एक से बढकर एक टीसी है परन्तु इनमें भी कुछ ऐसे है जो दिन को दिन और रात को रात नही समझते हुए किसी भी वक्त टे्रनो में चढकर अपनी डयूटी कर विभाग को फायदा पहुचाने में लगे रहते है। हालाकि इनकी इस महती कार्यप्रणाली की जानकारी आम आदमी तक नही पहुच पाती है। आज स्क्वाड टीम की चर्चा का मुख्य कारण यह है कि पिछले दिनों मध्य रेल के नागपुर मंडल में आमला के टिकट चेकिंग स्क्वायड ने पूरे डिवीजन में उत्कृष्ट कार्य करते हुए अनियमित यात्रा, बिना बुक किए गए सामान के 22 हजार से ज्यादा मामलों में एक करोड़ रु से ज्यादा की पेनल्टी की है। जिसके कारण वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक आशुतोष श्रीवास्तव ने एक समारोह में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले टिकट चेकिंग स्क्वॉड आमला डिपो को इसके लिए प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। जो जिले वासियों के लिए गौरव की बात है। बताया गया कि वाणिज्य प्रबंधक आशुतोष श्रीवास्तव की निगरानी में, एवं मध्य रेल आमला स्कवाड प्रभारी श्रीलाल डहेरिया के कुशल नेतृत्व में अनिल तिवारी, संजय दिवाने, अभिषेक भट्ट, रितेश सेवनिया ने पिछले चार माह में सबसे ज्यादा रिकार्ड वसूली कर विभाग को राजस्व जमा किया है। बैतूल जिले के आमला रेल डिपो के रेल विभाग के ऐसे कर्मी उन लोगो के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन सकते है जो सरकारी नौकरी सिर्फ खानापूर्ति के लिए करते है।
वैसे तो हम रेलवे के राजदूत कहे जाने वाले चल टिकट परीक्षक के बारे मे इतना ही जानते हैं कि रेलवे में इनका काम ट्रेन में बिना टिकट वालों से जुर्माना वसूल करना और यात्रियों को सीट उपलब्ध कराना है परन्तु रेलवे राजस्व को किस प्रकार बढ़ाया जाए ताकि रेलवे को और ज्यादा आधुनिक बनाया जाए यह भी है इसी का एक जीता जागता उदाहरण हमारे बैतूल जिले के नागपुर मंडल मध्य रेल में आने वाला एक छोटा सा डिपो आमला जंक्शन है जो आजकल नागपुर मंडल में चर्चा का विषय बना हुआ है जहां के टिकट चेकिंग स्टाफ ने फ्लाइंग स्कॉड में काम करते हुए नागपुर मंडल में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, स्कॉड प्रभारी श्रीलाल डहेरिया के कुशल नेतृत्व वाली टीम में शामिल श्री अनिल तिवारी, संजय दीवाने, अभिषेक भट्ट और रितेश सेवनिया ने अप्रैल से सितंबर तक 6 माह में रेलवे के नागपुर मंडल को अत्यधिक राजस्व दिया है इस उपलब्धि पर सीनियर डीसीएम नागपुर द्वारा आमला डिपो के फ्लाइंग स्काड के श्री के के शर्मा के माध्यम से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।