नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. पी. के. मिश्र ने जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद नतीजों के फॉलो अप की समीक्षा की सभी कार्य समूह अपने परिणामों पर मासिक अपडेट भेजेंगे प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव डॉ. पी. के. मिश्र ने जी-20 शेरपा श्री अमिताभ कांत, विदेश सचिव श्री विनय मोहन क्वात्रा और डीईए सचिव श्री अजय सेठ की उपस्थिति वाली एक उच्च स्तरीय बैठक में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के बाद नतीजों पर फॉलो अप की समीक्षा की।
डॉ. मिश्र ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन कोई एक बार का विषय नहीं है और भारतीय अध्यक्षता ने ठोस परिणाम दिए हैं, जिन पर आगे के कदम भी उठाए जा रहे हैं और बारीकी से नज़र रखी जा रही है। विभिन्न कार्य समूहों का नेतृत्व करने वाले सभी संबंधित मंत्रालयों को अपने क्षेत्र-विशिष्ट परिणामों को लागू करने का काम सौंपा जा रहा है। एक उच्च स्तरीय निगरानी समूह भी स्थापित किया जा रहा है।
बैठक के दौरान डॉ. पी. के. मिश्र ने अधिकारियों से जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन की तैयारियां करने को कहा, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने पहले की थी। जी-20 सचिवालय, डीईए, एमईए सभी वर्चुअल जी-20 को संपन्न कराने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। डॉ. मिश्र ने सभी मंत्रालयों को निर्देश दिया कि वे जी-20 घोषणापत्र और पूर्व की मंत्रिस्तरीय/कार्य समूह की बैठकों के डिलिवरेबल्स सहित तमाम परिणामों पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने मंत्रालयों से कहा कि हितधारकों के साथ वेबिनार आयोजित करें और इस प्रक्रिया में राज्य सरकारों और थिंक-टैंकों को शामिल करें। डॉ. मिश्र ने यह भी कहा कि हमारा अफ्रीकी संघ के प्रति विशिष्ट रूप से और ग्लोबल साउथ के प्रति आमतौर पर समर्थन है, जिसे हमें अपने आगे के सभी कदमों में जारी रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अफ्रीकी संघ तक अपनी पहुंच के लिए कार्य योजना तैयार करने की जरूरत है।
इस दौरान बताया गया कि विदेश मंत्रालय दूसरे 'वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट' पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित कर रहा है, और यह विषय माननीय प्रधानमंत्री के दिल के बेहद करीब है। जी-20 के एजेंडा में ग्लोबल साउथ को दिया समर्थन और उसकी हिमायत के लिहाज से भारतीय अध्यक्षता की ये अभूतपूर्व उपलब्धियां रही हैं।