बेगमगंज। लगातार बारिश नहीं होने के कारण खाली प्लाटों एवं मकान के आसपास पानी जमा होने के कारण मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिसके कारण अब अस्पतालों में मलेरिया सहित मौसमी बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मच्छरों की संख्या इतनी अधिक ज्यादा हो चुकी है की मक्खियों से ज्यादा मच्छरों की तादाद नजर आ रही है। दिन रात लोग मच्छरों से परेशान नजर आ रहे हैं। हैरान परेशान लोगों ने फागिंग मशीन से धुआं छोड़ने एवं मच्छर मार पाउडर का छिड़काव करने की मांग की है।
शासकीय अस्पताल साहित्य प्राइवेट दवाखानों पर इन दोनों मौसमी बुखार और मलेरिया से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। जिन्हें डॉक्टर उपचार के साथ-साथ मच्छरों से बचाव के लिए भी समझाएं दे रहे हैं।
बारिश के बाद तापमान अब 34 डिग्री के करीब आ गया है। सर्दी-गर्मी से एक ओर वायरल मरीज बढ़ रहे है तो दूसरी ओर, मलेरिया और डेंगू के मामलों में भी तेजी आ सकती है ऐसे मौसम में डेंगू और मलेरिया के लार्वा को पनपने का मनमाफिक माहौल मिलता है। मच्छरों की तादाद ज्यादा होने से बीमारियों के बढ़ने की आशंका भी बढ़ रही है।
इस संबंध में वरिष्ठ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नितिन तोमर का कहना है कि घरों के आसपास पानी को जमने न दें। रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। डेंगू के मच्छर दिन में अधिक काटते हैं। इसलिए दिन में विशेष तौर पर सतर्क रहें। घर में कूलर के पानी को बार-बार बदलते रहें। घर के वे सामान जहां पानी का जमाव हो उसे बदल दें।
बुखार आने पर अस्पताल में पहले खून की जांच कारएं फिर दबा लें।
इस संबंध में सीबीएमओ डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि प्रत्येक रविवार को मच्छरों पर वार करें। यानी घर में साफ सफाई कराएं। छत पर रखे पुराने बर्तन, टायर, गमले आदि सामान में पानी जमा न होने दें। जहां जलभराव हो वहां केरोसिन की बूंदें डाल दें ताकि लार्वा नष्ट हो सकें।