इन्दौर। इन्दौर जिले में आज शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। डी.ई. आई.सी. (जिला चिकित्सालय) जिला इन्दौर में आज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं अनुष्का फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में क्लब फूट क्लिनिक का शुभारंभ किया गया।
ऐसे बच्चें जो जन्मजात आडे-तिरछे पैरो के साथ जन्म लेते हैं, उनका उपचार जिला चिकित्सालय मे किया जायेगा। अनुष्का फाउंडेशन द्वारा ऐसे बच्चों का नियमित परीक्षण तथा स्पीलिंट (एक विशेष प्रकार के जूते) प्रदान किये जायेगे ।
क्लिनिक का शुभारंभ सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. जी.एल. सोढ़ी ने किया।डॉ.जी.एल. सोढ़ी ने कहा की यह जन्मजात विकृति की तरह दिखता है, किंतु उपचार के उपरांत सामान्य जीवन जी सकता है। जितनी कम उम्र मे बच्चे का उपचार हेतु शीघ्र लाया जायेगा, उतनी ही दर सुधरने की तीव्र होगी क्योकि छोटे बच्चों की हड्डी मुलायम होती है उपचार के बाद शीघ्र ही आकार में आ जाती है।अपने आस-पास ऐसे किसी बच्चें को देखते है तो उसे उपचार हेतु डी.ई. आई.सी. (जिला चिकित्सालय) जिला इन्दौर में भेजें। क्लब फूट क्लिनिक के शुभारंभ अवसर पर डॉ. सतीश नीमा, डॉ. अरूण पाण्डे, डॉ. अर्जुन सिंह, एवं अनुष्का फाउंडेशन से श्री भावीन मकवाना व सुश्री सोनाली सेन, उपस्थित थे, साथ ही आर.बी.एस. के कॉर्डिनेटर श्री अनिल कुमार भी उपस्थित थे।