लेट लतीफी और बारिश कर रही परेशान
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निर्माणधीन मार्ग पर मची दलदल |
बेगमगंज। शासन द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सड़क बनवाकर वाहन चालकों और आमजन को सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन संबंधित ठेकेदार द्वारा लेट लतीफी और नियम विरुद्ध कार्य करके लोगों को परेशानी पैदा की जा रही है जिससे सरकार की जग हसाई हो रही है।
ऐसा ही स्थिति बिना बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना के तहत मडिया बांध के डूब क्षेत्र के कारण सड़क के बैस को ओवरफ्लाई ब्रिज के हिसाब से ऊंचा करने का काम चल रहा है। ब्रिज एवं सड़क निर्माण कार्य मैं ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है वहीं एमपीआरडीसी के अधिकारी भी इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही कारण है कि जरा सी बारिश में मार्ग पर दलदल मच रही है और वाहन स्लिप हो रहे हैं जिसके चलते वाहन चालक परेशान हो रहे हैं और आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा मनमाने तौर पर नियमों को ताक पर रखकर धीमीगति से काम कराया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार कई जगह बनाई जा रही सड़क एवं पुलियां भी लोगों के लिए समस्या पैदा कर रही है जिसमें बीच के हिस्सों को अधूरा छोड़कर कच्चा परिवर्तित मार्ग बना दिया गया है। जिससे वाहन चालक जाने अनजाने में दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी ग्राम परासरी व खिरिया के बीच अधूरी पड़ी सड़क पर हो रही है जहां निर्माण कंपनी द्वारा मिट्टी डालकर छोड़ दी गई है। जिसमें थोड़ी सी ही बारिश होने पर उक्त कच्ची सड़क दलदल का रूप धारण कर लेती है। ग्रामवासियों ने बताया कि आए दिन दोपहिया वाहन चालक उक्त सड़क में गिरते रहते हैं जहां न तो कोई उचित सूचना संकेतखक बोर्ड लगाया है न ही रिबिन पट्टी नजर आती है। सूत्र बताते हैं कि करीब चार माह पहले भोपाल से आई विधानसभा प्राक्लन समिती के सदस्यों ने भी कारीडोर बनाए जाने के संबंध में गुणवत्ता पूर्वक कार्य किए जाने हेतुआवश्यक दिशा निर्देश दिए थे और निर्माण कार्य में लगने वाली सामग्री के सैंपल भी ले गए थे। परंतु शायद निर्माण कंपनी दिए गए निर्देशों को भी दरकिनार कर रही है।
जानकारी के मुताबिक मप्र विधानसभा प्राकलन्न समिति के सभापति एवं सदस्यों ने ओवर फ्लाई ब्रिज एवं सड़क निर्माण का निरीक्षण किया था जिसमें कॉरिडोर निर्माण में गुणवत्तापूर्ण निर्माण व सामग्री का उपयोग करने के अलावा मडिया बांध में डूब में आ रहे प्रभावित शेष रहे किसानों को शीघ्र मुआवजा राशि वितरण करने के निर्देश दिए थे। जानकारी के अनुसार उपरोक्त एलीवेटेड कारीडोर में सड़क, नाली, पुलिया, ब्रिज आदि का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन उसमें गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। दरअसल संबंधित विभाग के अधिकारी भी उपरोक्त कार्यों का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि रायसेन जिले के बेगमगंज राहतगढ़ मुख्य मार्ग के चैनेज में मढ़िया डेम बीना डेम इरिगेशन प्रोजेक्ट के डूब क्षेत्र में 9.105 किमी लम्बाई में एलीवेटेड कॉरीडोर का निर्माण कराया जा रहा है जिसकी लागत 188.14 करोड़ रूपए है।
डाइवर्ट मार्ग पर डाली गई मिट्टी के कारण आए दिन हो रही परेशानियों के मद्दे नजर ग्रामवासियों ने शीघ्र ही निर्माणाधीन सड़क पर मिट्टी पर गिट्टी का पुराव करने और मार्ग की गुणवत्ता में सुधार करने की मांग विधानसभा प्राक्लन समिति से की है।
इस संबंध में विधानसभा प्राक्लन समिति के सभापति सिलवानी विधायक ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत का कहना है कि ठेकेदार को निर्देश देकर मार्ग सही कराया जाएगा, यदि गुणवत्ता में कोई कमी है तो उसमें किसी तरह का समझौता नहीं किया जाकर गुणवत्तापूर्ण कार्य कराया जाएगा।