भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म धाम, ओंकारेश्वर में आदिगुरु शकराचार्य जी की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम के लिए वैदिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना की और संतों के साथ यज्ञ शाला में आहुति अर्पित कर विशेष धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान 18 सितंबर को ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची आदि गुरु शंकराचार्य जी की बहु धातु की प्रतिमा का अनवारण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि चिन्मय मिशन के स्वामी मित्रानंद ने शंकर संदेश वाहिनी के रूप में एक विशेष बस बनवाई, जिसमें आचार्य शंकर की कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई इस बस को 29 दिसम्बर 2017 को वैलियानाड, केरल से मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वामी परमात्मानंद जी, चिन्मय मिशन के स्वामी अयानन्द जी और संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाई। यह यात्रा भारत की चारों दिशाओं में स्थित उन चारों मठों में भी गई, जिन्हें आचार्य शंकर ने ही स्थापित किया। इस तरह समाज के बीच कण-कण में शंकर जाग्रत करते हुए, 'एकात्मता की मूर्ति का निर्माण प्रगति पथ पर था। इस तरह आदि गुरु शंकराचार्य की इस 108 फीट ऊंची मूर्ति में उन्हीं का दिया संदेश सर्वं खल्विदं ब्रह्म समाहित हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज को यही ज्ञान प्राप्त हुआ था यही उन्हें गुरु मिले। भारत का मूल संदेश है कि सब में एक ही चेतना है, दो कहीं है ही नहीं, इसलिए हम एक हैं, यह एकात्मता का संदेश पूरे जगत को यहां से जाएगा। अद्वैत वेदांत ही है जो दुनिया को संघर्षों से बचा सकता है और शांति, स्नेह, प्रेम, आत्मीयता का संदेश दे सकता है। मेरा विश्वास है कि एकात्म धाम संघर्ष नहीं शांति, घृणा नहीं प्रेम और समन्वय के संदेश के साथ संपूर्ण विश्व को एक नई प्रेरणा देगा। सब सुखी हो, सबका मंगल हो, सबका कल्याण हो, सब निरोगी रहें यही संदेश यहां जाएगा। एकात्म धाम के रूप में अद्भुत रचना ओंकारेश्वर में हो रही है। पहले चरण में आचार्य भगवन की प्रतिमा का अनावरण होगा, उसके बाद बाकी के कार्य प्रारंभ होंगे।