गांधी बाजार में आयोजित हुआ मुख्य कार्यक्रम
बेगमगंज। आलकी की पालकी जय कन्हैया लाल के जयघोष के साथ भगवान लड्डू गोपाल के आकर्षक विमानों का चल समारोह निकाला गया। वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है। हिंदू उत्सव समिति के तत्वावधान में सोमवार को विभिन्न मुहल्लों से विमान गांधी बाजार के विशाल मैदान में पहुंचे। विमानों में विराजमान भगवान श्री कृष्ण की जगह-जगह पर पूजा- अर्चना कर आरती की गई। यहां पर स्थित कुएं पर जल बिहार कराया गया। भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना कर महाआरती कर महाप्रसादी का वितरण किया गया।
डोल ग्यारस पर पूजा करते हुए |
इस अवसर पर पंडित शिवनारायण शास्त्री तिनसुआ वालों ने बताया कि विश्व भर में भारत सर्वाधिक धार्मिक विभिन्नताओं का देश है। भारतीय संस्कृति सभी धर्मों की स्थापना , उपादेयता ,सहिष्णुता एवं विशिष्टता संधारित करती है।यहाँ पर जीवन शैली को निर्धारित करने में धर्म ,देवी ,देवता एवं त्योहारों की प्रमुख भूमिका हमेशा से रही है। यहाँ पर त्यौहार राष्ट्रीयता, प्रादशिकता ,एवं आंचलिकता को परिभाषित करतें हैं। धार्मिक विविधता की कारण त्यौहारों की विभिन्नताएं ,भारतीय संस्कृति को सतरंगी इन्द्रधनुष के रूप में चित्रित करती हैं।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी को डोल ग्यारस का उत्सव मनाया जाता है। पुराणोक्त मान्यताओं के अनुसार इस दिन कृष्ण के जन्म के अठारह दिन बाद यशोदा जी ने उनका जलवा पूजन किया था। उनके सम्पूर्ण कपड़ों का प्रक्षालन किया था उसी के अनुसरण में ये डोल ग्यारस का त्यौहार मनाया जाता है। इसी कारण से इस एकादशी को जल झूलनी एकादशी भी कहते हैं। इस एकादशी में चन्द्रमा अपनी ग्यारह कलाओं में उदित होता है जिस से मन अति चंचल होता है अतः इसे वश में करने के लिए इस पद्मा एकादशी का व्रत रखा जाता है। किवदंती है की इस दिन विष्णु भगवान शयन करते हुए करवट बदलते हैं इस कारण से इस एकादशी को परिवर्तनी एकादशी भी कहते हैं।ऐसा माना जाता है की भगवान विष्णु हर चातुर्मास को बलि को दिया हुआ वचन निभाने के लिए पाताल में निवास करते हैं।
कार्यक्रम में भजन मंडलियों शेरा मंडलियों ने अपने कला का प्रदर्शन किया। अखाड़ों के युवाओं ने हैरतअंगेज करिश्मे दिखाएं। कार्यक्रम के शुरू में प्रबुद्ध जनों का स्वागत समारोह भी आयोजित किया गया। पंडितों के आचार्यत्व में हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष संजय सोलंकी, पूर्व विधायक देवेंद्र पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष संदीप लोधी, संजय राय, संदीप विश्वकर्मा, महेश नेमा, सुरेश ताम्रकार सहित उनके कार्यकारिणी के सदस्यों ने विमानों की पूजा अर्चना कर प्रसाद चढ़ाया।