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पन्ना राजघराने की सबसे बरिष्ठ राजदादी दिलहर झलके आंसू, कहा जुगलकिशोर जी मंदिर में जो हुआ उससे राजपरिवार की छवि हुई धूमि

भोपाल। श्री जुगलकिशोर जी मंदिर में हुए राजमाता जितेश्वरी देवी विवाद मामले में राजघराने की सबसे बरिष्ठ सदस्य राजदादी दिलहर कुमारी का ब्यान सामने, पन्ना-जिले के प्रसिद्ध श्री जुगलकिशोर जी मंदिर मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दौरान राजमाता जितेश्वरी देवी के द्वारा चंवर डुलाने व उन्हें मंदिर से घसीटकर भगाए जाने वाले मामले पर अब राजपरिवार की सबसे बरिष्ठ सदस्य दिलहर कुमारी का ब्यान भी सामने आ गया है।जिन्होंने सीधे तौर पर इस मामले में राजदादी ने राजमाता जितेश्वरी देवी की गलती ठहराई है।उन्होंने कहा है कि राजमाता के इस कृत्य से राजपरिवार की छवि धूमिल हो रही है।पुजारियों की कोई गलती नही है।वावजूद उसके उन्हें इस मामले पर माफी मांगने चाहिए लेकिन वह राजनीति से जोड़ रही है।

दरअसल पन्ना जिले के सबसे प्रसिद्ध श्री जुगलकिशोर जी के मंदिर में जमाष्टमी की रात्रि जब जन्मोत्सव की महाआरती हो रही थी।तभी राजमाता जितेश्वरी देवी ने मंदिर के अंदर जाकर पुजारियों से चंवर छुड़ाई व आरती उठाने की कोशिश की।तभी वह गिरने लगी।इस दौरान वहां मौजूद पुजारी,पुलिस व कुछ लोगों ने राजमाता को घसीटकर मंदिर से बाहर निकाल दिया।जिसके बाद राजमाता पर मामला दर्ज हुआ और उन्हें जेल भेज दिया गया।दो दिन जेल में बिताने के बाद जब वह बाहर निकली तो उन्होंने इस मामले को राजनैतिक रंग दे दिया।

अब इस मामले जुगलकिशोर जी मंदिर में हुए घटनाक्रम के बाद दुखी हुई राजदादी दिलहर कुमारी का ब्यान भी सामने आया है।वह घटना से दुःखित हुई है।और उनके आंसू झलके  आए।उन्होंने कहा कि मेरी बहुरानी राजमाता जितेश्वरी देवी के द्वारा जो मंदिर में किया है।वह बहुत दुखद घटना है।जबकि मंदिर प्रबंधन के द्वारा राजपरिवार के महाराजा छत्रसाल को आमंत्रित किया गया था।वह लेट हुए तो राजमाता जितेश्वरी देवी संभवतः नसे की हालत में बहुरानी जितेश्वरी देवी मंदिर पहुँची।ओर उनके द्वारा मंदिर के गर्भगृह में अनाधिकृत प्रवेश कर अमर्यादित कृत्य कर मंदिर की मर्यादा को भंग किया गया है।जिससे वह उपस्थित भक्तों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है।निश्चित रूप से किसी राजपरिवार के सदस्य के द्वारा मंदिर में किया गया उक्त कार्य निंदनीय है।वहीं उन्होंने अपने लेटरपैड में जिक्र  किया कि कुछ वीडियो में राजमाता जितेश्वरी देवी द्वारा अपने कृत्य हेतु झमा मांगने के स्थान पर समस्त क्षत्रिय संगठनों,पन्ना की जनता को भ्रमित कर उक्त कृत्य को राजनैतिक रूप देकर मिथ्या संदेश प्रसारित करवाए जा रहे है।

इसके साथ राजदादी दिलहर कुमार कहा कि पूर्व में भी बहुरानी के द्वारा मुझे व मेरे स्वर्गीय पति मानवेन्द्र सिंह जू देव को परेसान किया गया है।चोरी का भी मामला हुआ था।जिसमे मेरे पुत्र व बहुरानी के पति स्व राघवेंद्र सिंह को तिहाड़ जेल जाना पड़ा था।अभी 2022 में इनकी शिकायत भी मैंने थाने में की थी।जिसके बाद यह छुरी लेकर मुझे धमकाने आई थी।वाद में इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया था।इसके साथ ही बहुरानी बार बार इस प्रकार के कार्य करती चली  आ रही है।जिससे राजपरिवार की छवि धूमिल हो रही है।

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