भोपाल। G20 के अंतर्गत, आकाशवाणी भोपाल के तत्वाधान में एक मुशायरा"बज़्मे शायरी" शीर्षक से आयोजित किया गया। यह मुशायरा रविंद्र भवन में 16 अगस्त 2023( बुधवार) को शाम 6:30 बजे शुरू हुआ।
इस मुशायरे में डॉ यूनुस फ़रहत, श्री ज़फ़र सहबाई, श्री शाहिद सागरी, डॉ परवीन कैफ़, श्री आरिफ़ अली आरिफ़, श्री सर्वत जै़दी, श्री एचएन शुक्ला हुमा कानपुरी,
श्री विजय तिवारी और श्रीमती सीमा नाज़ ने अपना कलाम पेश किया। मुशायरे का संचालन बद्र वास्ती ने किया। आकाशवाणी भोपाल द्वारा रविंद्र भवन में आयोजित मुशायरा "बज़्मे शायरी" में बड़ी संख्या में शायरी के शौक़ीन सुनने वाले मौजूद रहे। ज़फ़र सहबाई ने पढा़ जंगल जो कट रहे हैं उन्हें रोकने उठो हम सब से इलतिजायें यही कर रहे हैं पेड़ बद्र वास्ती ने कहा उनका मैं एहतिराम करता हूँ खुद को उनका गुलाम करता हूँ देश पर जान देने वालों को मैं अदब से सलाम करता हूँ डॉ परवीन कैफ़ ने कहा हूं दरे जानां पे या बाबे जिनां तक आ गई मैं सफर करती खुदा जाने कहाँ तक आ गई सीमा नाज़ ने कहा कांटों भरे रसतों को बना देते हैं गुलज़ार जब फूट के रोते हैं मिरे पांव के छाले।