भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कृषि उपज मण्डी की उत्तम व्यवस्था से किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल पा रहा है। यह सब आप सबके निरंतर प्रयासों का ही परिणाम है कि मण्डी समितियों ने जिन्सों की आवक और मण्डी की आय में अब तक की सर्वाधिक वृद्धि हासिल की है। मैं प्रदेश के सभी किसानों और मण्डी बोर्ड की पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज प्रशासन अकादमी में मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के स्वर्ण-जयंती महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन और कन्या-पूजन के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया, श्री गौरीशंकर बिसेन, राज्य कृषि विपणन बोर्ड की उपाध्यक्ष श्रीमती मंजू दादू, श्री दर्शन सिंह चौधरी ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मूलत: हम सभी किसान हैं। मैंने खेती-किसानी की है और हल-बक्खर चलाया है। अत: किसानों के दुख-दर्द और परेशानियाँ समझते हैं। सरकार किसानों के कल्याण और उन्हें उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिये निरंतर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बोर्ड के शेष चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का भी आमेलन किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में किसानों को हर तरह की सुविधाएँ दी जा रही हैं। किसान अब एमपी फार्म एप के माध्यम से अपनी कृषि उपज को अपने घर, खेत अथवा गोदाम कहीं से भी आसानी से विक्रय कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक तौल-काँटे से लेकर बोली लगाने के लिये सरकारी कर्मचारी तक की व्यवस्था को पारदर्शी बनाया गया है। किसानों को अपने खेत-खलिहानों से ही फसल बेचने की सुविधा दी गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बोर्ड के अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि मण्डी में जो नीलामी होती है, उसमें 2 प्रतिशत से अधिक कमीशन न काटा जाये।