फसलों के लिए भी इस समय बारिश की अधिक आवश्यकता थी झमाझम बारिश का दौर शुरू होने से फसलों की ग्रोथ में बढ़ोतरी होना संभव है। बारिश नहीं होने से धान के गढ़ो में किसानों को पानी की व्यवस्था करना पड़ रही थी खेतों व धान के गढ़ो में पानी भर जाने से धान की फसल को जीवनदान मिल गया है।
सावन महीने की पहली बारिश शुरू होने से क्षेत्र में मौसम सुहाना हो गया। एक तरफ जहां लोगों को विगत कई दिनों से भीषण गर्मी से राहत मिली है। तो उधर धान की फसल के लिए यह बारिश वरदान माना जा रहा है। पानी के अभाव में खेत खेतों में लगे धान के फसल खराब हो रहे थे ।बारिश नहीं होने की वजह से धान में निकौनी नहीं हो रही थी। जो अब शुरू हो जाएगी। किसान सौरभ शर्मा, सुरेंद्र कुशवाहा, प्रदीप मिश्रा, अजहर पटेल, भगवान सिंह सोलंकी, रफीक मंसूरी, अशफाक अली, बाल गिरी गोस्वामी आदि ने बताया कि यह बारिश धान के लिए बहुत अच्छी है। निकौनी कार्य खेतों में यूरिया का छिड़काव किया जाएगा। जिससे धान की फसल की वृद्धि होगी। जो अच्छे पैदावार के लिए शुभ संकेत है उधर बारिश से मौसम सुहाना होने से लोगों में काफी राहत है।