पुलिस और प्रशासन की निगाहें टिकी रहीं पूरे कार्यक्रम पर
भोपाल। डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देकर चर्चाओं में आई निशा बांगरे के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने श्रीलंका के न्याय मंत्री सहित दूसरे विदेशी मेहमान पहुंचे। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की निगाहें पूरे कार्यक्रम पर बनी रही, लेकिन मजहबी और सियासी विवाद की आशंका के चलते कोई पूछताछ या विदेशी मेहमानों की जांच नहीं की गई।
सूत्रों की माने तो बढ़ते विवाद के कारण निशा बांगरे के जिला बैतूल के आमला में गृह प्रवेश कार्यक्रम से पुलिस प्रशासन ने दूरी बनाए रखी। इसी के चलते टूरिस्ट वीजा पर आने वाले श्रीलंका के मंत्री सहित दूसरे मेहमानों की चेकिंंग नहीं की गई, बल्कि कार्यक्रम आयोजक निशा बांगरे से मेहमानों से लेकर पूरे कार्यक्रम की जाननकारी मांगी गई है। हालांकि लॉ एंड आॅर्डर के मद्देनजर जरुर पुलिस चाक चौबंद रही। ऐसे में सवाल खडेÞ हो गए हैं कि जब टूरिस्ट वीजा पर आने वाले वापस अपने-अपने देश चले जाएंगे, तब उनकी जांच का क्या औचित्य होगा।
सर्वधर्म शांति सभा और पुरस्कार वितरण
निशा बांगरे के घर के बाहर लगाए गए विशाल टेंट में गृहप्रवेश का कार्यक्रम हुआ,जिसमें करीब डेढ़ से दो हजार लोग शामिल हुए। इसमें सर्वधर्म शांति सभा के साथ ही पुरस्कार वितरण और भोज हुआ।
मेहमानों की जानकारी मांगी
निशा बांगरे के घर आने वाले श्रीलंकाई मंत्री सहित मेहमानों की जानकारी मांगी गई है, जिसके बाद संबंधित अथॉरिटी के साथ शेयर करेंगे। अभी बांगरे की ओर से रिलेवेंट पेपर शेयर नहीं किए गए हैं, जिनके मिलने पर क्रास चेक करके आगे की कार्रवाई तय होगी।
अमनवीर सिंह बैंस, कलेक्टर, बैतूल
सीधी बात-सिद्धार्थ चौधरी, एसपी, बैतूल
-क्या श्रीलंका के न्यायमंत्री और दूसरे विदेशी मेहमान आ गए?
-हां, आए तो हैं, लेकिन वह निशा बांगरे के गृहप्रवेश कार्यक्रम में आए हैं। बाहर कहीं कोई कार्यक्रम नहीं हो रहा है।
-क्या भगवान बौद्ध की अस्थियां भी आई हैं?
-हां, आई हैं, जोकि निशा बांगरे के घर के अंदर ही कार्यक्रम में रखी गई हैं।
-क्या श्रीलंका के न्यायमंत्री सहित दूसरे विदेशी मेहमानों के टूरिस्ट वीजा पर बैतूल के धार्मिक और निजी कार्यक्रम में शामिल होने पर कार्रवाई होगी?
-इस बारे में क्रास चेक करवाएंगे कि विदेशी मेहमान किस श्रेणी के वीजा में आए हैं और क्या नियमों का उल्लंघन हुआ है या नहीं।