बेगमगंज। बुंदेली नृत्य कला को ग्रामीण क्षेत्र के लोग आज भी जिंदा रखे हुए हैं ग्राम मढ़िया गुसाईं में उत्तर प्रदेश के नारहट और माल्थोन की नृत्यांगनाओं ने राई नृत्य प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी देर रात तक कार्यक्रम चला। कार्यक्रम का आयोजन भोपाल सिंह यादव द्वारा किया गया।
राई नृत्य |
आपको बता दें कि राई नृत्य बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है। यह नृत्य गुजरात के प्रसिद्ध गरबा नृत्य के समान ही प्रसिद्ध है। राई नृत्य बारहों महीने नाचा जाता है। बुंदेलखंडी जनमानस का हर्ष और उल्लास इस लोक नृत्य में अभिव्यक्त होता है।
नाचने वाली नृत्यांगनाओं के साथ मृदंग बजाने वाले ने नाचते हुए नृत्य कराया जैसे-जैसे मिरदंग बजाते हुए अपने भाव मृदंग बजाने वाला दिखाता है उसी आधार पर नृत्यांगनाएं नृत्य करती हैं। बुंदेली कला का बेहतरीन प्रदर्शन को सभी ने सराहा ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इस कला के पुजारी बहुत हैं।