भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि युवाओं की ऊर्जा और विचार मध्यप्रदेश को नई दृष्टि और प्रगति के अवसर प्रदान करेंगे। युवा चिंतन-मनन कर विभिन्न क्षेत्रों में संभावनाओं के देखते हुए कार्य-योजना विकसित करें और उसके क्रियान्वयन में सरकार और समाज के सहभागी बनें। राज्य शासन प्रदेश हित में युवाओं के कल्याण और उनकी ऊर्जा के उपयोग के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय समत्व भवन में युवा सलाहकार परिषद की पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा, शासकीय कार्यक्रमों और योजनाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सलाह दें और उसके क्रियान्वयन से भी जुड़ें। युवाओं के कल्याण और प्रोत्साहन के लिए प्रदेश में संचालित योजनाओं की कमियों को चिन्हित कर उनके संबंध में फीडबैक देना आवश्यक है। इससे योजना क्रियान्वयन की कमियों को दूर करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेशवासियों में प्रदेश के प्रति श्रद्धा-भाव होना जरूरी है। युवाओं को भावनात्मक रूप से जोड़ने के लिए उनसे निरंतर सार्थक संवाद आवश्यक है। प्रदेश के बाहर रह रहे युवाओं और विदेश में बसे युवाओं से भी संवाद की व्यवस्था विकसित की जाए। युवाओं को प्रदेश की प्रगति से अवगत कराया जाए। प्रदेश के बदलते सामाजिक, आर्थिक परिवेश और भविष्य की कार्य-योजना संबंधी विचार-विमर्श में भी युवाओं को शामिल किया जाए।