भोपाल। पानी जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। पानी के बिना मनुष्य का स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि सामाजिक जीवन भी प्रभावित होता है। इस बात का प्रमाण है मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले का मेघनगर। मेघनगर की श्रीमती भानुमति कहना है कि पहले पीने के पानी की इतनी किल्लत थी की मेघनगर के लडकों से आस पास के कस्बे वाले अपने बेटियों का विवाह करने में संकोच करते थे, लेकिन शासन के प्रयासों ने मेघनगर की तकदीर बदल दी है। अब यहॉ के लोगों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। घर बैठे साफ स्वच्छ पानी मिल रहा है।
मेघनगर रहवासी अंकुर पटेल के अनुसार पहले पानी के लिए लम्बी कतारें लगानी पड़ती थी या टैंकरों से पानी आता था, पर अब नल की टोंटी खोलते ही पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाता है। नीलेश जैन कहते है कि पहले पानी का संग्रहण करने में समय और उर्जा दोनों व्यर्थ होती थी, पर अब नियमित तौर पर नल आने से समय की बचत हो रही है। गौरतलब है कि यहॉ हर घर शुद्ध जल पहुँचाने के लिए अनास नदी पर इंटैक वैल स्थापित किया गया है, वहीं जल को स्वच्छ करने के लिए 2.3 एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र निर्मित किया गया है। नगर में 200 किलोलीटर का एक ओवर हैड टैंक बनाया गया है,पहले से मौजूद दो ओवर हैड टैंक भी उपयोग किए जा रहे है। हर घर को नल कनेक्शन से जोड़ने के लिए 22 किलोमीटर की पाइप लाइन बिछाई गई है। उल्लेखनीय है कि मेघनगर में 2600 से अधिक घरों को नल कनेक्शन से जोड़ दिया गया है। दस वर्षों के संचालन और संधारण के साथ इस परियोजना की लागत लगभग 30 करोड़ रूपये है।