भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पुलिस कर्मियों को तनावमुक्त रहने और परिवार एवं बच्चों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने बच्चों में कलाए कौशलए आत्म-विश्वास, समाज-सेवा, अनुशासन, खेल भावना और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम किए जाने का सुझाव भी दिया। इसे अमल में लाते हुए मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा पहली बार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों के साथ 22 बटालियनों एवं सभी जीआरपी यूनिटों में समर कैंप किए जा रहे हैं। एक माह तक चलने वाले इन कैंप में पढ़ाई, खेलकूद, कला, कैरियर मार्गदर्शन और अन्य गतिविधियों से बच्चों द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश का सदुपयोग किया जा रहा है, जिनमें लगभग 11 हजार से अधिक बालक-बालिकाएँ और महिलाएँ शामिल हो रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान की भावना अनुसार प्रदेश के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के लिए खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसे आयोजन किए गए। यूथ गेम्स के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियोंए युवाओं और बच्चों से आहवान किया था कि खूब पढ़ाई करें और खेलें भी, खेलों के विकास में कोई भी कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसी कड़ी में प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर समर कैम्प किये जा रहे हैं, जिसमें बच्चे हिस्सा लेकर अपने कौशल और प्रतिभा को निखार रहे हैं। साथ ही उनमें सामरिक क्षमताए सामूहिकताए सहनशीलता जैसे गुणों का भी विकास हो रहा है।
प्रदेश के सभी जिलों में समर कैम्प में 38 गतिविधियाँ की जा रही हैं। इन गतिविधियों में फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, बेडमिंटन, कबड्डी, हॉकी, कराते, जूडो, कुश्ती, डांस, म्यूजिक, मलखंभ आर्ट एंड क्राफ्ट, एथेलेटिक्स, कम्प्यूट, क्लास, मैथ्स क्लास, स्केटिंग, शतरंज, स्पोकन इंग्लिश, ब्यूटी पार्लर, योगा, जुम्बा, रंगोली, पेंटिंग, मेहंदी, थियेटर, कुकिंग, सिलाई, घुड़सवारी, टेनिस, टेबल टेनिस, ड्रायविंग, खो.खो, मार्शल आर्ट, बॉक्सिंग, साइकिलिंग, क्रिकेट, फन गेम्स आदि शामिल हैं।
समर कैम्प में बच्चों और महिलाओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। लगभग 700 प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में बच्चे और महिलाएँ अपना व्यक्तित्व विकास करते हुए प्रतिभा को निखार रही हैं। इन गतिविधियों से बच्चे सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।