इंबोर्केशन पॉइंट्स बदलने में एक लाख रुपए तक फर्क
प्रदेश के हाजियों को भी चुकाना पड़ेंगे ज्यादा दाम, मुंबई और भोपाल में 68 हजार रुपए का अंतर
भोपाल। प्रदेश से हज उड़ान का सिलसिला इसी महीने में शुरू होने वाला है। लेकिन उससे पहले जारी हुए एयरफेयर के रेट ने हाजियों की नींद उड़ा दी है। प्रदेश को दोबारा मिली हज इंबोर्केशन प्वाइंट की सुविधा के साथ बढ़े हुए बेतहाशा खर्च से हज यात्री हैरान हैं। मुंबई और प्रदेश के इंबोर्केशन पॉइंट्स के खर्च में भारी अंतर है। जिसके चलते बड़ी संख्या में हाजियों ने अपने इंबोर्केशन प्वाइंट बदलने की अर्जियां देना शुरू कर दिया है। इधर लंबे समय चली आ रही हज फ्लाइट के ग्लोबल टेंडर की मांग एक बार फिर उठ खड़ी हुई है। जिससे एक ही देश में अलग अलग खर्च पर हजयात्रा करने की मुश्किलों से लोगों को निजात मिल सके।
सेंट्रल हज कमेटी ने हज खर्च की आखिरी किश्त 15 मई तक जमा कराने की सूचना सभी चयनित हाजियों को भेजी है। इस डिमांड नोट में दर्शाए गए एयरफेयर को लेकर लोग असमंजस में भी हैं और व्यथित भी। इस सूची के मुताबिक जहां देश में सबसे सस्ता हज खर्च बंगलौर से जाने वाले हाजियों को है। वहीं सबसे अधिक खर्च बिहार के गया से रवाना होने वाले हाजियों को उठाना पड़ रहा है। एक ही देश के दो राज्यों के हज खर्च में करीब 96,440 रुपए का फर्क है। जहां बंगलौर के हाजियों को कुल हज खर्च 3 लाख, 03 हजार, 921 रुपए हैं। वहीं गया से रुखसत होने वाले हाजियों के लिए ये खर्च 4 लाख, 361 पड़ रहा है।
प्रदेश के हाजियों पर भी अतिरिक्त भार
पिछले कुछ सालों से प्रदेश के हाजियों को मुंबई इंबोर्केशन प्वाइंट से हज फ्लाइट मिल रही थी। इस बार इन्हें इंदौर और भोपाल से भी हज उड़ान मिलेगी। लेकिन इसके लिए उन्हें महंगा खर्च अदा करना पड़ रहा है। जहां मुंबई से रवाना होने वाले हाजियों का खर्च 3 लाख, 4 हजार, 843 रुपए है, वहीं भोपाल से रुखसत होने वाले हाजियों को इसके लिए 3 लाख, 72 हजार, 815 रुपए अदा करना पड़ रहे हैं। इसी तरह इंदौर इंबोर्केशन प्वाइंट के हाजियों को 3 लाख, 57 हजार, 805 रुपए चुकाना पड़ेंगे। भोपाल के हाजियों को जहां करीब 68 हजार रुपए तो इंदौर के हाजियों के लिए ये खर्च करीब 53 हजार रुपए का फर्क है।
उठने लगी इंबोर्केशन प्वाइंट बदलने की मांग
ऑल इण्डिया हज वेलफेयर सोसायटी ने प्रदेश के हज यात्रियों का हज इम्बारकेशन पॉइंट पुनः मुम्बई किये जाने की माँग की है। चेयरमैन मुकीत खान ने कहा कि केंद्रीय हज कमेटी को हज आवेदन भरवाने से पहले इंदौर और भोपाल से जाने का एक अनुमानित खर्च बताना चाहिये था ताकि आवेदक अपनी व्यवस्था के अनुसार हज इम्बारकेशन पॉइंट का चयन करता, अंतिम किश्त में अनुमान से अधिक राशि चोंकाने वाली है।
ग्लोबल टेंडर से क्यों गुरेज
राजधानी के सीनियर जर्नलिस्ट जफर आलम खान ने कहा कि एक देश में अलग अलग राज्य के लोगों के हज खर्च में थोड़ा बहुत बदलाव स्वीकार्य है लेकिन एक ही यात्रा के लिए एक लाख रुपए का फर्क होना किसी बड़े घपले का इशारा करता है। आलम ने कहा कि लंबे समय से हज यात्रा के लिए फ्लाइट के ग्लोबल टेंडर की मांग की जा रही है लेकिन मतलबों को साधने और कमीशन की नीयत से मामला मुनाफाखोर एयर एजेंसीज के हवाले कर दिया जाता है। जिसका खामियाजा अकीदत के सफर पर जाने वालों को महंगा खर्च अदा कर चुकाना पड़ रहा है। आलम ने कहा कि सरकारें ये व्यवस्था नहीं सम्हाल सकतीं तो इसके लिए लोगों को स्वतंत्र कर दिया जाए, वे अपने तौर पर इस सफर पर जाने के लिए इंतजाम कर सकने में सक्षम हैं।