बेगमगंज। गत 19 मई को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आया और जिस वृद्धा महिला को सचिव द्वारा पोर्टल पर मृत घोषित कर दिया गया था उसे जांच कर पोर्टल पर जीवित दर्शाते हुए जितने दिनों से उसे पेंशन नहीं दी जा रही थी। उतने माह की राशि का एकमुश्त चेक ₹15000 का प्रदान किया गया जिससे महिला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित जनपद के अधिकारियों जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया है।
वृद्ध महिला एवं प्रदान किया गया चेक |
आपको बता दें कि मामला ग्राम पंचायत बड़गवां में देखने में आया था जब गांव में मुख्यमंत्री जनसेवा शिविर लगा तो विधवा महिला के मुंह से जब शिविर में आवाज गूंजी कि .. " मर गए हैं , हम ... ! "
ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक ने अपने सरपंच पिता के कारण गांव में गुटबाजी के चलते एक विधवा बेसहारा महिला की पेंशन उसे मृत घोषित करके बंद करवा दी । गांव की 70 वर्षीय विधवा महिला शांति बाई को मृत घोषित करते हुए रोजगार सहायक शिवराज सिंह लोधी ने उसको भुखमरी की कगार पर पहुंचा दिया था। जब यह समाचार प्रकाशित हुआ तब प्रशासनिक अमले ने जांच पड़ताल करने के बाद उक्त महिला को पोर्टल पर जिंदा दर्शा कर करीब 2 साल की निराश्रित विधवा पेंशन राशि ₹15000 का चेक उसे घर जाकर प्रदान किया जिससे उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।