विनय पाठक के चैट शो ‘हर घर कुछ कहता है में गोविंदा ने बताया था कि करियर की शुरुआत में उनके पास इतने ज्यादा पैसे आ गए थे कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था, वो उन्हें कहा खर्च करें। उस दौरान गोविंदा ने सोचा था कि वो इन पैसों से 100 रिक्शे खरीद लेंगे।
कीर्ति कुमार ने बताया था कि समय के साथ वो गोविंदा के सेक्रेटरी बन गए और उन्हें कई फिल्में एक साथ साइन करवा दी थीं, क्योंकि वो जल्द से जल्द पारिवारिक गरीबी से उभरना चाहते थे। कीर्ति ने उस दौर को याद करते हुए बताया था कि एक दिन गोविंदा ने अपने सारे पैसे और बैंक डीटेल इक्ट्ठा किए और वो यह पता लगाने की कोशिश करने लगे कि आखिर इन पैसों को कहां खर्च किया जाए।